हांगझोउ । मंजू रानी और राम बाबू की जोड़ी ने मिश्रित 35 किलोमीटर पैदल चाल स्पर्धा में कांस्य पदक जीता लिया है। चीन में चल रहे 19वें एशियाई खेलों में आज 35 किमी पैदल चाल मिश्रित टीम स्पर्धा में मंजू रानी और राम बाबू की जोड़ी ने कांस्य पदक जीता है। इसी स्पर्धा में चीन को स्वर्ण और जापान ने रजत पदक जीता है।
इस पदक के साथ भारत की यहां चल रहे एशियाई खेलों में कुल पदकों की संख्या 70 हो गई है और इसकी के साथ भारत ने एशियाई खेलों में अपने सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन की बराबरी कर ली है।उल्लेखनीय है कि भारत ने 2018 में जकार्ता में हुए एशियाई खेलों में 16 स्वर्ण, 23 रजत, 31 कांस्य समेत कुल 70 पदक हासिल किए थे।
हांगझोऊ। भारत ने बुधवार को यहां 19वें एशियाई खेलों की तीरंदाजी प्रतियोगिताओं में अपना पहला स्वर्ण पदक जीता। ज्योति सुरेखा वेन्नम और ओजस देवताले ने फूयांग यिनहु स्पोर्ट्स सेंटर में कंपाउंड मिश्रित टीम प्रतिस्पर्धा में दक्षिण कोरिया को हराकर भारत को 71वां पदक दिलाया।
भारत ने फाइनल में कोरिया गणराज्य को करीबी मुकाबले में 159-158 से हराकर स्वर्ण पदक जीता।
हांगझोऊ में यह भारत का 16वां स्वर्ण पदक है। इसके साथ ही 2018 में इंडोनेशिया में पिछले संस्करण में हासिल किए गए 70 पदकों के अपने सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन से भी भारत आगे निकल गया है। उसकी झोली में अब तक 25 रजत और 29 कांस्य पदक भी आ चुके हैं। वह पदक तालिका में चीन, जापान और कोरिया गणराज्य के बाद चौथे स्थान पर है।
फाइनल में सो चैवोन और जू जेहून की कोरियाई जोड़ी के खिलाफ, ज्योति और ओजस की भारतीय जोड़ी को शुरुआती बढ़त मिली और उन्होंने पहला राउंड 40-39 से जीत लिया।
कोरिया की महिला तीरंदाज चैवोन ने नौ और 10 का स्कोर किया जबकि उनकी टीम के साथी जाहून ने 10-10 का स्कोर किया। दोनों भारतीयों ने अपने दोनों मौकों में 10-10 का स्कोर किया।
भारतीयों ने दूसरे राउंड में भी अपनी बढ़त बरकरार रखी।दोनों टीमों ने पूरे 40-40 अंक हासिल किये। तीसरे राउंड में कोरियाई ने 40-39 की बढ़त के साथ स्कोर 119-119 पर बराबर कर दिया।
हालाँकि, अंतिम राउंड में, ओजस और ज्योति की जोड़ी ने पूरे 40 अंक हासिल किये जबकि कोरियाई खिलाड़ी केवल 39 अंक ही प्राप्त कर सके। महिला कोरियाई तीरंदाज अपने पहले प्रयास में नौ अंक ही पा सकीं।
इस प्रकार, ज्योति और ओजस ने फाइनल 159-158 से जीतकर स्वर्ण पदक जीता।
ज्योति और ओजस दोनों के लिए एशियाई खेलों में यह उनका पहला पदक था। दोनों अपनी-अपनी एकल प्रतिस्पर्धाओं के फाइनल में पहुंचकर और पदक जीतने की दौड़ में हैं।
हांगझोऊ। मंजू रानी और राम बाबू की जोड़ी ने 19वें एशियाई खेलों में बुधवार को 35 किमी रेस वॉक मिश्रित टीम स्पर्धा में कांस्य पदक जीतकर भारत के पदकों की संख्या 70 पर पहुंचा दी है जो इन खेलों में उसके पिछले सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन के बराबर है।
राम बाबू ने 2 घंटे 42 मिनट 11 सेकेंड में रेस पूरी की जबकि मंजू रानी 3 घंटे 9 मिनट 3 सेकेंड का समय निकाला। भारत 5 घंटे 51 मिनट 14 सेकेंड के संयुक्त समय के साथ तीसरे स्थान पर रहा। वह स्वर्ण पदक विजेता चीन की टीम से 34 मिनट 33 सेकेंड से पीछे रहा।
इस पदक के साथ ही भारत ने एशियाई खेलों में अपने 70 पदकों के रिकॉर्ड की बराबरी कर ली है जो उसने 2018 में इंडोनेशिया में आयोजित पिछले संस्करण में बनाया था।
35 किमी रेस वॉक मिश्रित टीम में एक देश एक पुरुष और एक महिला या दो पुरुष और दो महिला प्रतिभागियों वाली टीमें रख सकता है। पदक के लिए सर्वोत्तम दो समय मान्य होते हैं।
चीन और जापान ने दो पुरुष और दो महिला वॉकरों के साथ प्रतिस्पर्धा की, जबकि भारत, हांगकांग चीन और इंडोनेशिया की एक-एक जोड़ी उतारी थी।
चीन ने 5 घंटे 16 मिनट 41 सेकेंड के समय के साथ एशियाई खेलों में नया रिकॉर्ड बनाते हुये स्वर्ण पदक जीता जबकि जापान दूसरे स्थान पर रहा।
हांगझोऊ।भारत ने बुधवार को यहां सेमीफाइनल में कजाकिस्तान को हराकर 19वें एशियाई खेलों में कंपाउंड मिश्रित टीम तीरंदाजी प्रतियोगिता के फाइनल में प्रवेश किया।
सेमीफाइनल मुकाबले में ज्योति सुरेखा वेन्नम और ओजस देओताले की भारतीय टीम ने कजाकिस्तान की एडेल ज़ेक्सेनबिनोवा और एंड्रे ट्युट्युन की जोड़ी को 159-154 से हराकर फाइनल में जगह पक्की कर ली।
मिश्रित टीम प्रतियोगिता में, पुरुष और महिला तीरंदाज प्रत्येक राउंड में बारी-बारी से लक्ष्य पर दो-दो तीर चलाते हैं और ऐसे चार राउंड के अंत में सबसे अधिक अंक वाली टीम (प्रत्येक टीम द्वारा कुल 16 तीर चलाए गए) विजेता बनती है।
पहले दौर (जिसे तीरंदाजी में एंड कहा जाता है) की समाप्ति पर भारतीय टीम एक अंक से पीछे थी और स्कोर 39-40 था।
हालाँकि, पूरे 40 अंक स्कोर कर ज्योति और ओजस ने अगले दौर में बढ़त बना ली। दूसरे दौर का स्कोर भारत के पक्ष में 40-38 रहा।
तीसरे दौर के अंत तक भारत ने अपनी बढ़त और मजबूत करते हुये स्कोर 119-116 कर दिया।
भारतीयों ने चौथे और अंतिम एंड में 40-38 के स्कोर के साथ सेमीफाइनल 159-154 से जीता और पदक पक्का कर लिया।
फाइनल में भारत का मुकाबला कोरिया गणराज्य से होगा, जिसने दूसरे सेमीफाइनल में चीनी ताइपे को 158-153 से हराया।
हांगझोऊ । लवलीना बोरगोहेन (75 किग्रा) एशियन गेम्स में गोल्ड मेडल के लिए मैच खेलेंगी। वहीं, उन्होंने पेरिस ओलंपिक के लिए अपना स्पॉट बुक कर लिया है। ओलंपिक कांस्य पदक विजेता लवलीना बोरगोहेन ने मंगलवार को थाईलैंड की मानेकोन बाइसन पर 5:0 की जीत के साथ एशियाई खेलों में महिलाओं की 75 किग्रा मुक्केबाजी स्पर्धा के फाइनल में जगह बनाई।
इससे पहले, 54 किग्रा भार वर्ग में अंतिम चार में पहुंचकर 2024 ओलंपिक कोटा हासिल करने वाली प्रीति ने मंगलवार को सेमीफाइनल में चीन की युआन चांग से हारने के बाद कांस्य पदक जीता।
सेमीफाइनल में प्रीति को चीनी खिलाड़ी के खिलाफ 5:0 से हार का सामना करना पड़ा। प्रीति के कांस्य पदक ने 13 स्वर्ण, 24 रजत और 25 कांस्य पदक सहित कुल 62 पदकों के साथ पदक तालिका में चौथे स्थान पर भारत की स्थिति को और मजबूत कर दिया है।
हांगझोऊ । बैडमिंटन के व्यक्तिगत प्रतियोगिताओं में पीवी सिंधु और एचएस प्रणय मंगलवार को 19वें एशियाई खेलों में राउंड ऑफ 16 में पहुंचे।
पीवी सिंधु ने दुनिया की 21वें नंबर की चीनी ताइपे शटलर सू वेन ची को 42 मिनट में 21-10, 21-15 से हराया। जबकि, प्रणॉय ने मंगोलियाई खिलाड़ी बटदावा मुंखबत के खिलाफ दोनों गेम 21-9, 21-12 से जीतकर आसानी से 16वें राउंड में प्रवेश किया।
अन्य भारतीयों में, अस्मिता एकल राउंड 32 मैच में इंडोनेशिया की ग्रेगोरिया मारिस्का तुनजुंग से 11-21, 16-21 से हार गईं।
त्रिशा जॉली/गायत्री गोपीचंद और तनीषा क्रैस्टो/अश्विनी पोनप्पा की महिला युगल जोड़ी मालदीव की जोडिय़ों को हराकर अगले दौर में पहुंच गई।