नई दिल्ली। खेलो इंडिया पैरा गेम्स के उद्घाटन समारोह में जेएलएन स्टेडियम में कौशल और दृढ़ संकल्प का असाधारण प्रदर्शन देखा गया, जब शीतल देवी ने कंपाउंड तीरंदाजी स्पर्धा के ओपन वर्ग में स्वर्ण पदक जीता। शीतल का 141 का उल्लेखनीय स्कोर उत्तर प्रदेश की ज्योति बलियान की कड़ी चुनौती का सामना करने में निर्णायक साबित हुआ, जिन्होंने 138 के स्कोर के साथ रजत पदक हासिल किया। हरियाणा की सरिता ने 137 के स्कोर के साथ कांस्य पदक जीता।
जम्मू की बिना हाथ वाली तीरंदाज शीतल देवी तीरंदाजी की दुनिया में लहरें पैदा कर रही हैं, और हांग्जो में एशियाई पैरा खेलों में उनकी सफलता ने उनकी बढ़ती प्रतिष्ठा में इजाफा किया है। हालांकि, खेलो इंडिया पैरा गेम्स में प्रतिस्पर्धा कड़ी थी, जिसमें शीतल को ज्योति बलियान के खिलाफ रोमांचक मुकाबले में विजयी होने के लिए अपने तीरंदाजी कौशल और मानसिक शक्ति दोनों का प्रदर्शन करना पड़ा।
पुरुष रिकर्व तीरंदाजी वर्ग में हरियाणा के पैरालिंपियन हरविंदर सिंह ने स्वर्ण पदक जीतकर अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन किया। उत्तर प्रदेश के विवेक चिकारा ने रजत पदक हासिल किया, जबकि हरियाणा के साहिल ने कांस्य पदक जीता, जो पैरा-तीरंदाजों के बीच प्रतिस्पर्धी भावना को उजागर करता है।
डॉ. कर्णी सिंह शूटिंग रेंज में पैरा एशियन गेम्स 2023 के रजत पदक विजेता राजस्थान के रुद्रांश खंडेलवाल ने अपना शानदार प्रदर्शन जारी रखा। खंडेलवाल ने पुरुषों की 50 मीटर पिस्टल एसएच1 स्पर्धा में 223.4 के प्रभावशाली स्कोर के साथ स्वर्ण पदक हासिल किया, और हरियाणा के सिंहराज को पीछे छोड़ दिया, जिन्होंने 216.4 के स्कोर के साथ रजत पदक जीता। राजस्थान के शिवराज सांखला ने 194.7 अंक के साथ कांस्य पदक हासिल किया।
मुंबई । भारतीय महिला क्रिकेट टीम ने अपनी दूसरी पारी 186/6 के स्कोर पर समाप्त घोषित कर दी। भारत ने डीवाई पाटिल स्टेडियम में खेले जा रहे चार दिवसीय टेस्ट मैच में इंग्लैंड के सामने जीत के लिए 479 रनों का लक्ष्य रखा है।
कप्तान हरमनप्रीत कौर 67 गेंदों में 44 रन और पूजा वस्त्राकर 41 गेंदों में 17 रन बनाकर नाबाद रहीं। दोनों ने सातवें विकेट की साझेदारी के लिए 53 रन जुटाए जिससे भारत को 133/6 से उबरने में मदद मिली।
जब कप्तान हरमनप्रीत कौर 44 रन पर थीं, तो उम्मीद थी कि उन्हें अपना पहला अर्धशतक बनाने का मौका मिलेगा, लेकिन लगता है कि भारतीय थिंकटैंक ने सोचा कि इंग्लैंड की दूसरी पारी में कुछ नुकसान पहुंचाने के लिए गेंदबाजों को पिच से सुबह की सहायता का उपयोग करना सही रहेगा।
भारतीय महिला टीम को बहुत कम टेस्ट खेलने का मौका मिला है। हरमनप्रीत कौर पहली पारी में भी हाफ सेंचुरी बनाने में असफल रही थी, वह 49 रन पर रन आउट हो गई थी।
हालांकि, टीम के हित को ध्यान में रखते हुए कप्तान ने मौका छोडऩे का फैसला किया। शुभा सतीश की चोट, जिसके कारण वह इस पारी में बल्लेबाजी नहीं कर पाती, यह भी भारतीय टीम प्रबंधन द्वारा पारी घोषित करने का एक कारण लगता है।
नई दिल्ली । भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान एमएस धोनी की ओर से दायर अर्जी पर मद्रास हाई कोर्ट ने आईपीएस अफसर संपत कुमार को 15 दिन की कैद की सजा सुनाई। बार एंड बेंच की खबर के मुताबिक, हालांकि, जस्टिस एसएस सुंदर और सुंदर मोहन की पीठ ने संपत कुमार को अपील दायर करने की अनुमति देने के लिए सजा को 30 दिन के लिए निलंबित कर दिया।
एमएस धोनी ने कथित दुर्भावनापूर्ण बयानों और समाचार रिपोर्ट्स पर जी मीडिया, संपत कुमार और अन्य के खिलाफ हाई कोर्ट में मानहानि का मुकदमा दायर किया था। एमएस धोनी की ओर से दायर याचिका में दावा किया गया था कि वह 2013 में इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) के मुकाबलों की सट्टेबाजी और मैच फिक्सिंग में शामिल थे। इंडियन प्रीमियर लीग की फ्रेंचाइजी चेन्नई सुपर किंग्स के कप्तान एमएस धोनी ने हाई कोर्ट से संपत कुमार समेत प्रतिवादियों को इस मुद्दे से संबंधित उनके खिलाफ अपमानजनक बयान जारी करने या प्रकाशित करने से रोकने का आदेश देने की मांग की थी।
मद्रास हाई कोर्ट ने पहले अंतरिम निषेधाज्ञा दी थी और जी मीडिया, संपत कुमार और अन्य को एमएस धोनी के खिलाफ मानहानि वाले बयान देने से रोक दिया था। बता दें कि संपत कुमार ने ही शुरुआत में आईपीएल सट्टेबाजी घोटाले की जांच की थी। इसके बाद जी मीडिया और अन्य ने मानहानि के मुकदमे के जवाब में अपने लिखित बयान दायर किए। इसके बाद एमएस धोनी ने एक अर्जी दाखिल कर दावा किया कि आईपीएस संपत कुमार ने अपनी लिखित दलीलों में और भी अपमानजनक बयान दिए हैं। साथ ही कोर्ट से संपत कुमार के खिलाफ अदालत के आदेश की अवमानना की कार्यवाही करने की मांग की। मद्रास हाई कोर्ट में एमएस धोनी की ओर से एडवोकेट पीआर रमन पेश हुए।
जोहान्सबर्ग । भारत ने टी20 सीरीज के तीसरे मैच में दक्षिण अफ्रीका को 106 रन से हराया। इस जीत के हीरो रहे सूर्यकुमार यादव, यशस्वी जयसवाल और कुलदीप यादव। इसके साथ ही तीन मैचों की सीरीज 1-1 से बराबरी पर खत्म हुई। अपना चौथा टी20 शतक जडऩे के बाद, सूर्यकुमार खेल के सबसे छोटे प्रारूप में सर्वाधिक शतकों के मामले में रोहित शर्मा और ग्लेन मैक्सवेल की बराबरी पर आ गए हैं। एक समय 24 गेंदों में 26 रन पर खेल रहे सूर्या ने दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ हमला बोला। जैसे ही सूर्या ने अपना अंदाज बदला अफ्रीकी गेंदबाज लाचार नजर आए।
33 वर्षीय खिलाड़ी की शतकीय पारी में सात चौके और आठ छक्के शामिल थे। अपनी पारी के दौरान वह टी20 में भारत के लिए दूसरे सबसे ज्यादा छक्के (123 छक्के) लगाने वाले खिलाड़ी भी बन गए। उन्होंने विराट कोहली को पीछे छोड़ दिया, जिनके नाम 117 छक्के हैं। आईसीसी की रिपोर्ट के अनुसार, भारत के लिए सबसे छोटे अंतर्राष्ट्रीय प्रारूप में सूर्यकुमार यादव से अधिक छक्के केवल रोहित शर्मा (182) के नाम हैं।
अंतिम दो ओवरों में लगातार विकेट खोने के बावजूद, कार्यवाहक कप्तान के शतक ने भारत को 201/7 के विशाल स्कोर तक पहुंचाया। उन्हें युवा यशस्वी जयसवाल (41 गेंदों पर 60) का अच्छा साथ मिला, जिनके साथ उन्होंने तीसरे विकेट के लिए शतकीय साझेदारी की। जवाब में दक्षिण अफ्रीका की शुरुआत खराब रही। टीम ने पावरप्ले में तीन विकेट खो दिए और यहां से वापसी नहीं कर पाई।
केवल तीन प्रोटियाज़ बल्लेबाज – कप्तान एडेन मार्कराम (25), डेविड मिलर (35) और डोनोवन फरेरा (12) दोहरे अंक तक पहुंचने में कामयाब रहे। पूरी अफ्रीकी टीम सीरीज के अंतिम मैच में 95 रन पर आउट हो गए और भारत ने यह मुकाबला 106 रन से जीता। टीम इंडिया के लिए सबसे सफल गेंदबाज रहे कुलदीप यादन जिन्होंने 5 विकेट चटकाए। जबकि जडेजा (2 विकेट), मुकेश और अर्शदीप को 1-1 विकेट मिला। श्रृंखला 1-1 से बराबरी पर समाप्त होने के बाद दोनों टीमों के बीच ट्रॉफी साझा की गई। पहला मैच बारिश के कारण रद्द हो गया और दक्षिण अफ्रीका ने दूसरा मैच जीत लिया।
मुंबई । टीम इंडिया के दिग्गज कप्तान कप्तान एमएस धोनी की प्रतिष्ठित नंबर 7 जर्सी अब किसी अन्य भारतीय खिलाड़ी के लिए उपलब्ध नहीं होगी। धोनी के इंटरनेशनल रिटायरमेंट के करीब 3 साल आईसीसी ने यह फैसला किया। आईसीसी ने बताया कि धोनी ने अपने पूरे करियर में जो नंबर अपनी टीशर्ट पर पहना था, उसे रिटायर करने का फैसला किया है। इस तरह का सम्मान पाने वाले एकमात्र अन्य क्रिकेटर सचिन तेंदुलकर हैं। साल 2017 में सचिन तेंदुलकर की सिग्नेचर नंबर 10 जर्सी को भी हमेशा के लिए रिटायर कर दिया गया था।
रिपोर्ट के अनुसार धोनी की प्रतिष्ठित नंबर 7 जर्सी किसी अन्य भारतीय क्रिकेटर द्वारा नहीं पहनी जाएगी। बतौर इंटरनेशनल क्रिकेटर के रूप में उनके धोनी के रिटायरमेंट के के तीन साल बाद खेल में उनके योगदान को ट्रिब्यूट देते हुए द्वारा पहने गए नंबर को ‘रिटायर’ करने का फैसला किया गया है। महेंद्र सिंह धोनी ने इंटरनेशनल फॉर्मेट से संन्यास लेने का फैसला 15 अगस्त 2020 को किया था। वह टेस्ट फॉर्मेट से संन्यास 2014 में ही ले चुके थे। बीसीसीआई ने टीम इंडिया के खिलाडिय़ों, खासकर डेब्यू करने वाले प्लेयर्स को को सूचित कर दिया है कि उनके पास तेंदुलकर और धोनी से जुड़े नंबरों का विकल्प नहीं है।
आईसीसी से जुड़े अधिकारी ने बताया कि नए खिलाडिय़ों से कहा गया कि वे एमएस धोनी की नंबर 7 जर्सी को ना चुने। बोर्ड ने खेल में उनके योगदान के लिए टी-शर्ट को रिटायर करने का फैसला किया है। डेब्यू करने वाले नए खिलाड़ी को नंबर 7 नहीं मिल सकता, और नंबर 10 पहले से ही उपलब्ध नंबरों की सूची से बाहर है। बीसीसीआई के फैसले से टीम इंडिया के खिलाडिय़ों के विकल्प सीमित हो गए हैं। एक नियम के रूप में, ढ्ढष्टष्ट खिलाडिय़ों को 1 और 100 के बीच कोई भी संख्या चुनने की अनुमति देता है। पर भारत में, विकल्प सीमित हैं। वर्तमान में टीम इंडिया के नियमित खिलाडिय़ों और दावेदारों के लिए लगभग 60 नंबर चिह्रित हैं।
आईसीसी अधिकारी ने बताया कि भले ही कोई खिलाड़ी लगभग एक साल तक टीम से बाहर हो, लेकिन उसका नंबर किसी नए खिलाड़ी को नहीं दिया जाता है। इसका मतलब है कि हाल ही में पदार्पण करने वाले खिलाड़ी के पास चुनने के लिए लगभग 30 नंबर होते हैं। ऐसा नहीं है कि सीनियर लेवल पर टीशर्ट नंबर को लेकर मारामारी रहती है, जूनियर लेवल पर भी ‘प्रतिष्ठित’ नंबरों के लिए होड़ साफ तौर पर दिखती है। शुभमन गिल अंडर-19 दिनों के दौरान पसंदीदा नंबर 7 को नहीं पा सके, क्योंकि वह पहले ही ले लिया गया था। इसके बाद उन्हें मजबूरत 77 लेना पड़ा। टीम इंडिया में भी वो इसी नंबर की टीशर्ट पहनकर खेलते हैं।
उदयपुर । यूएई में चल रही एशियाई युवा शतरंज प्रतियोगिता के रैपिड मुकाबले में झीलों की नगरी उदयपुर की होनहार शतरंज खिलाड़ी कियाना परिहार ने रजत पदक पर कब्जा कर एशिया में इस क्षेत्र में भारत का नाम रोयान किया।चेस इन लेकसिटी के मुख्य संरक्षक के तुषार मेहता ने बताया कि शतरं खेल की उभरती प्रतिभा कियाना परिहार ने अल-इन यू.ए.ई में आयोजित एशियाई युवा शतरंज चैंपियनशिप 2023 में भाग ले कर प्रतियोगिता में रजत पदक पर कब्जा जमाया। किश्याना ने फाईनल में 6/7 स्कोर किया और रैपिड टूर्नामेंट अंडर-8 गर्ल्स कैटेगरी में सिल्वर मेडल जीता।चेस इन लेकसिटी के सचिव विकास साहू ने बताया कि यूएई में चल रही एशियन यूथ शतरंज चैम्पियनशिप में 21 देशों के 18 वर्ष से कम उम्र के 600 से अधिक बच्चे भाग ले रहे हैं। वह कियाना के वर्ग में कुल 43 खिलाड़ी हिस्सा ले रहे है। टूर्नामेंट तीन प्रारूपों में आयोजित किए जा रहे हैं। बुधवार को रैपिड टूर्नामेंट आयोजित किया गया था जिसमें कियाना ने 9वीं रैंक से शुरुआत की और 7 में से 6 मैच जीते और भारत के लिए रजत पदक हासिल किया।
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