सैन फ्रांसिस्को। मेटा के स्वामित्व वाला व्हाट्सएप यूूजर्स के लिए नए फीचर पर काम कर रहा है। यह यूूजर्स को वीडियो कॉल के दौरान म्यूजिक ऑडियो शेयर करने की अनुमति देगा।
आईओएस और एंड्राइड दोनों पर यह सुविधा विकसित की जा रही है। यह सुविधा यूजर्स को वीडियो कॉल के दौरान एक साथ वीडियो और म्यूजिक ऑडियो सुनने की अनुमति देकर मल्टीमीडिया सहयोग को बढ़ाएगी।
रिपोर्ट में कहा गया है, हमारी राय में यह सुविधा वीडियो कॉल में नवीनता की एक नई परत जोडक़र व्हाट्सएप के यूजर्स अनुभव को बेहतर बनाने की प्रतिबद्धता को प्रदर्शित करती है, जो मैसेजिंग और कम्युनिकेशन ऐप्स के प्रतिस्पर्धी परिदृश्य में व्हाट्सएप को अलग करती है। इसके अलावा, रिपोर्ट में कहा गया है कि यह सुविधा सहयोग के लिए नई संभावनाएं खोलेगी।
इस बीच, व्हाट्सएप कुछ बीटा टेस्टर्स के लिए एक नया ‘मैनेज इमोजी रिप्लेसमेंट’ फीचर ला रहा है, जो माइक्रोसॉफ्ट स्टोर से विंडोज 2.2350.3.0 अपडेट के लिए नवीनतम व्हाट्सएप बीटा इंस्टॉल करते हैं।
यह नया अपडेट यूजर्स को इस टेक्स्ट-टू-इमोजी रिप्लेसमेंट विकल्प को डिसेबल करने देता है, जिससे यूजर्स को अपने मैसेजिंग अनुभव पर अधिक नियंत्रण मिलता है।
नई दिल्ली । बजरंग पुनिया द्वारा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को अपना पद्मश्री पुरस्कार लौटाने के एक दिन बाद, 2005 ग्रीष्मकालीन डिफ्लंपिक्स के स्वर्ण पदक विजेता वीरेंद्र सिंह यादव ने घोषणा की कि वह बृज भूषण सिंह के करीबी सहयोगी संजय सिंह के भारतीय कुश्ती महासंघ (डब्ल्यूएफआई) के अध्यक्ष के रूप में चुने जाने विरोध में भी ऐसा ही करेंगे। वीरेंद्र सिंह यादव, जिन्हें गूंगा पहलवान के नाम से भी जाना जाता है, को 2021 में प्रतिष्ठित पद्म श्री पुरस्कार मिला। इससे पहले, उन्हें 2015 में प्रतिष्ठित अर्जुन पुरस्कार से सम्मानित किया गया था।
शुक्रवार को पुनिया ने विरोध स्वरूप पद्मश्री पुरस्कार प्रधानमंत्री आवास के पास फुटपाथ पर रख दिया और वहां से चले गए। पुनिया ने दिल्ली पुलिस से कहा, मैं पद्मश्री पुरस्कार उस व्यक्ति को दूंगा जो इसे पीएम मोदी तक लेकर जाएगा। ट्विटर पर अपना पद्मश्री लौटाने के फैसले की घोषणा करते हुए, वीरेंद्र ने क्रिकेट के दिग्गज सचिन तेंदुलकर और स्टार-भाला फेंक खिलाड़ी नीरज चोपड़ा से खिलाडिय़ों और डब्ल्यूएफआई के बीच चल रहे मतभेद पर अपना निर्णय देने के लिए भी सवाल किया।
वीरेंद्र सिंह ने एक्स पर लिखा, मैं अपनी बहन और देश की बेटी के लिए पद्मश्री सम्मान भी लौटाऊंगा, माननीय प्रधान मंत्री श्री नरेंद्रमोदी सर। मुझे आपकी बेटी और मेरी बहन साक्षी मलिक पर गर्व है। उन्होंने अपने पोस्ट में कहा, लेकिन क्यों? लेकिन मैं देश के शीर्ष खिलाडिय़ों से भी अनुरोध करूंगा कि वे भी अपना निर्णय दें।
गुरुवार को, 2016 रियो ओलंपिक की कांस्य पदक विजेता साक्षी मलिक ने डब्ल्यूएफआई के अध्यक्ष के रूप में संजय सिंह के चुनाव के बाद कुश्ती छोडऩे की घोषणा की। साक्षी ने रोते हुए प्रेस कॉन्फ्रेंस छोडऩे से पहले अपने जूते उतारकर मंच पर रख दिए। भावुक साक्षी ने कहा, मैं निराश हूं और अब कुश्ती में प्रतिस्पर्धा नहीं करूंगी।
खेल मंत्रालय ने शुक्रवार को कहा कि भारतीय कुश्ती महासंघ के अध्यक्ष के रूप में संजय सिंह के चुनाव के विरोध में बजरंग पुनिया का पद्मश्री पुरस्कार लौटाने का फैसला व्यक्तिगत है, लेकिन फिर भी उन्हें इस कदम पर पुनर्विचार करने के लिए मनाने की कोशिश की जाएगी। मंत्रालय के एक अधिकारी ने मीडिया को बताया, पद्मश्री लौटाना बजरंग पुनिया का निजी फैसला है। डब्ल्यूएफआई चुनाव निष्पक्ष और लोकतांत्रिक तरीके से हुए थे। उन्होंने कहा, हम अब भी बजरंग को पद्मश्री लौटाने के अपने फैसले को पलटने के लिए मनाने की कोशिश करेंगे।
नई दिल्ली। डब्ल्यूएफआई के पूर्व प्रमुख बृजभूषण शरण सिंह के सहयोगी संजय सिंह को भारतीय कुश्ती महासंघ का नया अध्यक्ष चुन लिया गया है। 21 दिसंबर को भारतीय कुश्ती महासंघ के चुनाव हुए। मतदान दिन में नई दिल्ली में हुआ और मतदान प्रक्रिया समाप्त होने के तुरंत बाद गिनती शुरू हुई। भारतीय कुश्ती महासंघ में शीर्ष पदों के लिए चुनाव वैश्विक कुश्ती संस्था, यूनाइटेड वर्ल्ड रेसलिंग के लिए डब्ल्यूएफआई पर लगाए गए निलंबन को हटाने का मार्ग भी प्रशस्त करता है। दिल्ली में गुरुवार शाम को रेसलर बजरंग पूनिया, साक्षी मलिक और विनेश फोगाट ने प्रेस कॉन्फ्रेंस बुलाई। इस दौरान साक्षी मलिक भावुक हो गईं और कुश्ती त्यागने का ऐलान कर दिया। उन्होंने अपने जूते उतारकर टेबल पर रख दिए और उठकर वहां से चली गईं। इससे पहले साक्षी ने कहा कि हम लड़ाई नहीं जीत पाए कोई बात नहीं। हमारा समर्थन करने देशभर से दूर-दूर से आए लोगों का आभार। हमारी लड़ाई आगे भी जारी रहेगी।
नई दिल्ली । राष्ट्रीय खेल पुरस्कारों के नामों का ऐलान हो गया है। टीम इंडिया के स्टार तेज गेंदबाज मोहम्मद शमी समेत 26 खिलाडिय़ों को अर्जुन अवॉर्ड से सम्मानित किया जाएगा। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, मेजर ध्यानचंद खेल रत्न सम्मान से दो युवा बैडमिंटन खिलाडिय़ों चिराग शेट्टी और सात्विक साइराज रैंकीरेड्डी को दिया जाएगा। इन दोनों ने दुनिया भर में बैडमिंटन युगल में भारत का नाम रोशन किया है। खेल मंत्रालय ने इन सभी नामों की पुष्टि की है।
इन खिलाडिय़ों को राष्ट्रपति की ओर से सम्मानित किया जाएगा। 9 जनवरी 2024 को राष्ट्रपति भवन में एक भव्य कार्यक्रम आयोजित किया जाएगा। खेल मंत्रालय के मुताबिक 26 एथलीट्स अर्जुन अवॉर्ड से सम्मानित होंगे। सम्मानित होने वाले खिलाडिय़ों का चयन उस साल उनके प्रदर्शन को देखकर किया जाता है। खेल विभाग उनके नाम की सिफारिश करती है।
खेल मंत्रालय के मुताबिक, अलग-अलग समितियों की सिफारिशों के आधार पर और पूरी जांच पड़ताल के बाद सरकार ने इन सभी खिलाडिय़ों, कोचों और संस्थाओं को अवॉर्ड के लिए चुना है। मंत्रालय ने सम्मानित होने वाले खिलाडिय़ों, कोचों और संस्थाओं की सूची भी जारी की है।
इन खिलाडिय़ो को मिलेगा अर्जुन अवॉर्ड
मोहम्मद शमी (क्रिकेट), ओजस प्रवीण देवताले (तीरंदाजी), सुअदिति गोपीचंद स्वामी (तीरंदाजी), श्रीशंकर एम (एथलेटिक्स), पारुल चौधरी (एथलेटिक्स), मोहम्मद हुसामुद्दीन (मुक्केबाजी), आर वैशाली (शतरंज), अनुश अग्रवाल (घुड़सवारी), दिव्यकृति सिंह (घुड़सवारी ड्रेसेज), सुदीक्षा डागर (गोल्फ), कृष्ण बहादुर पाठक (हॉकी), सुपुखरामबम सुशीला चानू (हॉकी), पवन कुमार (कबड्डी) रितु नेगी (कबड्डी), नसरीन (खो-खो), पिंकी (लॉन बाउल्स), ऐश्वर्य प्रताप सिंह तोमर (शूटिंग), ईशा सिंह (शूटिंग), हरिंदर पाल सिंह संधू (स्क्वैश), अयहिका मुखर्जी (टेबल टेनिस), सुनील कुमार (कुश्ती) अंतिम (कुश्ती), नाओरेम रोशिबिना देवी (वुशु) शीतल देवी (पैरा तीरंदाजी), इलूरी अजय कुमार रेड्डी (ब्लाइंड क्रिकेट), प्राची यादव (पैरा कैनोइंग)।
रांची । झारखंड के नक्सलवाद प्रभावित गुमला जिले के एक छोटे से गांव के एक आदिवासी परिवार का 21 वर्षीय लडक़ा रॉबिन मिंज आईपीएल के लिए प्लेयर्स की नीलामी के बाद अचानक से चर्चा में आ गया।
उसे गुजरात टाइटन्स ने 3 करोड़ 60 लाख रुपए में खरीदा है। वह झारखंड का पहला आदिवासी प्लेयर है, जिसे इंटरनेशनल लेवल क्रिकेट लीग खेलने का मौका मिला है। रॉबिन पिछले सात सालों से रांची में रहकर क्रिकेट खेल रहा है।
मंगलवार के पहले उसे रांची में भी गिने-चुने लोग ही जानते थे, लेकिन अब उसका नाम इस शहर-राज्य के क्रिकेट प्रेमियों की जुबां पर है। छह-सात साल की उम्र से क्रिकेट खेल रहे रॉबिन के पिता फ्रांसिस जेवियर मिंज एक्स आर्मी मैन हैं, जो आजकल रांची स्थित बिरसा मुंडा एयरपोर्ट पर बतौर गार्ड तैनात हैं। उसका पूरा परिवार गुमला के रायडीह प्रखंड के एक छोटे से गांव सिलम पांदनटोली में रहता है।
गांव में रहने वाले उनके भाई-भाभी और परिवार की माली हालत का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि उनके घर में एक अदद टीवी तक नहीं है।
रॉबिन के भाई प्रकाश मिंज ने मीडियाकर्मियों को बताया कि उसके भीतर बचपन से ही क्रिकेट को लेकर जुनून था। घर में मां चूल्हे में जो लकडिय़ां जलाती थीं, उन्हें बुझाकर रॉबिन बैट बनाता था और क्रिकेट खेलने गांव के मैदान में चला जाता था।
लगन देख पिता ने रॉबिन को लकड़ी का बैट थमाया था। बाद में वह उसे रांची ले गए, जहां उसने क्रिकेट कोचिंग ली। 10वीं की पढ़ाई पूरी करने के बाद उसने खुद को पूरी तरह क्रिकेट को समर्पित कर दिया। इस साल की शुरुआत में जुलाई में मुंबई इंडियंस के यूके दौरे के लिए उसकी तलाश की गई थी।
नेल्सन। न्यूजीलैंड के खिलाफ बांग्लादेश के सलामी बल्लेबाज सौम्य सरकार ने अपने करियर का सर्वश्रेष्ठ वनडे स्कोर 151 गेंदों पर 169 रन बनाकर बांग्लादेश को 49.5 ओवर में 291 रन बनाने में मदद की। इस दौरान उन्होंने महान क्रिकेटर सचिन तेंदुलकर का 14 साल पुराना रिकॉर्ड तोड़ दिया।
30 वर्षीय खिलाड़ी की यह शतकीय पारी किसी बांग्लादेशी पुरुष खिलाड़ी द्वारा घर से बाहर वनडे मैच में बनाया गया सर्वोच्च स्कोर है।
साथ ही न्यूजीलैंड में उपमहाद्वीप के किसी खिलाड़ी द्वारा वनडे मैचों में बनाया गया बेस्ट स्कोर भी है, जो न्यूजीलैंड के खिलाफ सचिन तेंदुलकर के नाबाद 163 रन के रिकॉर्ड को भी पीछे छोड़ चुका है।
291 का कुल स्कोर न्यूजीलैंड में बांग्लादेश का सर्वोच्च वनडे स्कोर भी है।
सौम्या की रोमांचक पारी जिसमें 22 चौके और दो छक्के शामिल थे पारी के अंतिम ओवर में समाप्त हुई जब वह विलियम की गेंद पर चौका मारने की कोशिश करते हुए आउट हुए।
बाएं हाथ के बल्लेबाज की पारी अब जिम्बाब्वे के खिलाफ लिटन दास की 176 रन की पारी के बाद वनडे में किसी बांग्लादेशी द्वारा दूसरी सर्वश्रेष्ठ पारी है।
मैच की बात करें तो टॉस हारकर पहले बल्लेबाजी करने उतरी बांग्लादेश मुश्किल में दिख रही थी और उसने 10 ओवर के अंदर ही अपने पहले तीन विकेट खो दिए थे।
लेकिन सौम्य ने पारी संभाली और एक मजबूत टोटल तक टीम को पहुंचाया। उनकी पारी की मदद से मेहमान टीम ने पहले बल्लेबाजी करते हुए सभी विकेट खोकर 291 रन बनाए। हालांकि, जवाब में न्यूजीलैंड ने सिर्फ 3 विकेट खोकर यह लक्ष्य आसानी से प्राप्त कर लिया। साथ ही सीरीज पर भी 2-0 से कब्जा किया।