छत्तीसगढ़

27-May-2023 5:09:57 am
Posted Date

जैविक कीटनाशक ब्रह्मास्त्र से किसानों को मिलेगा महंगी रासायनिक दवाईयों से छुटकारा

  • महिलाओं के लिए आर्थिक सशक्तिकरण का केंद्र बनता गोठान
  • जैविक कृषि के अग्रसर में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रही गोठान की महिलाएं
  • गोबर बेच तपस्वनी ने अर्जित किए 1 लाख से अधिक की राशि, किया बेटे का धूमधाम से ब्याह
  • जय सर्वेश्वरी समूह ने वर्मी कम्पोस्ट से कमाए 3 लाख तक राशि

रायगढ़।  राज्य शासन द्वारा प्रारंभ किए गए गोठान विभिन्न प्रकार के नवाचार का केंद्र बनता जा रहा है और इन गतिविधियों के माध्यम से महिला समूह बाजार मांग की पूर्ति करते हुए आय प्राप्त कर रही है। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के मंशानुरूप राज्य को जैविक खेती की ओर अग्रसर करने में आज महिला समूहों का महत्वपूर्ण योगदान है, जिनके माध्यम से आज गोठानो में कीट नियंत्रक ब्रह्मास्त्र एवं वृद्धि वर्धक जीवामृत बनाया जा रहा है। इससे किसानों को महंगी रासायनिक दवाइयों और कीटनाशकों से छुटकारा मिलेगा, साथ ही स्वास्थ्य के लिए लाभदायक जैविक खेती को बढ़ावा मिल रहा है। वहीं महिला समूहों को रोजगार के नये अवसर पर भी प्राप्त हो रहे है।
     ग्राम बनोरा गोठान की महिलाएं आज वर्मी कम्पोस्ट के साथ ही अन्य नए गतिविधियों में बेहतर रुचि दिखा रही है, यही कारण है प्रशिक्षण के पश्चात तुलसी महिला स्व-सहायता समूह की महिलाओं ने 1 हजार 934 लीटर जैव कीटनाशक एवं रोग नियंत्रण ब्रह्मास्त्र का उत्पादन कर चुकी है। जिसे विभिन्न विभागों एवं स्थानीय किसानों द्वारा खरीदी की जा चुकी है। समूह की जेमा सिदार बताती है, समूह में उत्साह है यही कारण है कि उन्होंने 1 हजार 934 लीटर का ब्रह्मास्त्र बना चुके है, अभी शुरुआती दौर और नये कार्य में थोड़ी बहुत समस्या जरूरी आयी लेकिन आगे सब आसान हो जाएगी। इसी प्रकार रेबारी सिदार एवं जसवंती मेहर ने बताया कि प्राप्त राशि को इसी गतिविधि को बढ़ाने के लिए लगाया जा रहा है, जिससे आगामी कृषि के समय में किसानों को मांग की पूर्ति कर सके। उन्होंने बताया कि घरेलू दैनिक कार्यों को करने के पश्चात बचे समय का सदुपयोग करते हुए महिलाएं गौठान में संचालित गतिविधियों से जुड़कर अच्छी आय अर्जित कर रही है। ज्ञात हो फसल कीट से छुटकारा एवं नियंत्रण के लिए जैविक ब्रह्मास्त्र का उपयोग किया जाता है, इसी प्रकार वृद्धि वर्धक के रूप में जीवामृत का उपयोग किया जाता है। जिससे जैविक रूप के बिना किसी रासायनिक दवाई का उपयोग के फसल को बचाया जा सकता है। जिससे जैविक फसल उत्पादन के साथ स्वास्थ्य को भी फायदा मिलेगा।
जय सर्वेश्वरी समूह की महिलाओं ने 3 लाख से अधिक का विक्रय किया वर्मी कम्पोस्ट
गोठान में सर्वेश्वरी सर्वेश्वरी समूह की महिलाओं ने बताया की वर्मी कंपोस्ट निर्माण से उनके समूह ने लगभग 3 लाख रुपये तक की राशि कमा चुके है। समूह की ममता नायक एवं प्रतिमा बताती है, खेती- किसानी के साथ अतिरिक्त आय के लिए गोठान की गतिविधियों में जुड़ी हैं, प्राप्त राशि का उपयोग बच्चों की शिक्षा एवं खेती किसानी में करेंगे।  
गोबर बेच तपस्वनी सिदार ने कमाए 1 लाख से अधिक, धूमधाम से किया बेटे की शादी
ग्राम बनोरा निवासी तपस्विनी सिदार ने बताया कि गोबर बेच कर लगभग 1 लाख  से अधिक की राशि प्राप्त हुई थी। जिससे उन्होंने जमा पूंजी और गोबर से प्राप्त राशि का उपयोग करते हुए बेटे की शादी धूमधाम से की। उन्होंने बताया कि पहले ग्रामीण महिलाओं के पास रोजी मजदूरी के अलावा आय का कोई साधन नहीं था। लेकिन आज शासन द्वारा गोठान का संचालन करने से विभिन्न गतिविधियों से महिलाओं के पास अतिरिक्त आय का जरिया मिला है, जो शासन की एक अच्छी पहल है।

 

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