मनोरंजन

ब्लैक कलर फ्रिल स्लीव्स गॉउन में नए अवतार में नजर आईं मलाइका अरोड़ा
Posted Date : 22-Jan-2019 9:37:05 am

ब्लैक कलर फ्रिल स्लीव्स गॉउन में नए अवतार में नजर आईं मलाइका अरोड़ा

फैशन सेंस को लेकर स्मार्ट और ऐक्सपैरिमेंटल कही जाने वाली मलाइका अरोड़ा इस बार फॉर्मल इवेंट में खास अवतार में नजर आईं। उन्होंने ब्लैक कलर का गॉउन पहना था। जो कि काफी डिफरेंट लुक में था। साथ ही ग्रीन कलर की जूलरी पहनीं थी। इसमें वह काफी एलिगेंट लग रहीं थीं।
बता दें कि मलाइका हैदराबाद के एक इवेंट में पहुंची थीं। जहां हर निगाह बस उन्हें ही देख रही थी। वह फॉर्मल अंदाज में भी बेहतरीन लग रहीं थीं। उनका ब्लैक कलर का गॉउन फुल लेंथ और फुल स्लीव्स था। स्लीव्स पर फ्रिल्स थे। हो सकता है किसी पार्टी में या फॉर्मली ब्लैक कलर पहनने को लेकर आपके मन में डाउट आए कि कैसा लगेगा पहनने पर लेकिन मलाइका पर इस ड्रेस ने चार चांद लगा दिये। इसके अलावा जूलरी की बात करें तो ग्रीन कलर की इस डायमंड जूलरी को रेनु ओबेरॉय ने डिजाइन किया है। यह ड्रेस के साथ बेहतरीन लुक दे रही थी। ब्लैक गॉउन में मलाइका अरोड़ा की तस्वीरें देखकर आपका भी मन करेगा कि आपकी फेवरिट लिस्ट में ब्लैक ड्रेस जरूर होनीं चाहिए।
मलाइका की हेयर स्टाइल भी काफी अटरैक्टिव लग रही थी। उन्होंने अपने बालों को लूज रखा था। मेकअप में सॉफ्ट ब्लश, ब्राइट आई शैडो और पिंक लिप ग्लोस में वह बेहद स्टनिंग नजर आ रहीं थीं। सोशल मीडिया पर भी उनकी ये तस्वीरें खूब पसंद की जा रहीं हैं।

 

आम्रपाली फिर नकारात्मक भूमिका में दिखेंगी
Posted Date : 22-Jan-2019 9:36:15 am

आम्रपाली फिर नकारात्मक भूमिका में दिखेंगी

टेलीविजन शोज कुबूल है और इश्कबाज में नकारात्मक भूमिका के लिए लोकप्रिय हुईं अभिनेत्री आम्रपाली गुप्ता धारावाहिक विष या अमृत : सितारा में भी नकारात्मक भूमिका में नजर आएंगी। 
आम्रपाली ने कहा, मैं शो में एक विषकन्या का किरदार निभाने को लेकर उत्साहित हूं। मुझे सकारात्मक भूमिका की तलाश थी, लेकिन मुझे अक्सर ऐसी भूमिकाएं दी जाती हैं जो नकारात्मक या ग्रे शेड लिए होती हैं। आखिरकार मुझे एक ऐसा किरदार मिला, जो चुनौतीपूर्ण और मजबूत है इसलिए मैंने इसे अपनाया। 
उन्होंने कहा, मैंने अपने पिछले शो तुझसे है राब्ता में एक सकारात्मक किरदार निभाने की कोशिश की और लोगों ने मुझे अच्छी प्रतिक्रिया दी, लेकिन फिर भी कुछ लोगों को लगता है कि मैं कुबूल है की वैम्प हूं। वैसे ये ठीक है कि लोग मुझे याद तो करते हैं। 
उन्होंने कहा, और हां, एक पारिवारिक नाटक और एक सुपरनेचुरल शो में नकारात्मक भूमिका निभाने के बीच एक बड़ा अंतर है। एक कलाकार होने के नाते, मुझे इस तरह के जोखिम उठाने होंगे। अगर लोग मेरे द्वारा निभाए नकारात्मक किरदार से नफरत करेंगे तो मुझे मजा आएगा।

 

भूमि पेडनेकर ने डॉली किट्टी.. की शूटिंग पूरी की
Posted Date : 22-Jan-2019 9:35:26 am

भूमि पेडनेकर ने डॉली किट्टी.. की शूटिंग पूरी की

अभिनेत्री भूमि पेडनेकर ने आगामी फिल्म डॉली किट्टी और वो चमकते सितारे की शूटिंग पूरी कर ली है। फिल्म में किट्टी की भूमिका निभा रहीं भूमि ने ट्वीट किया कि वह इस ऑनस्क्रीन किरदार को बहुत याद करेंगी।
भूमि ने लिखा, वह प्यार और आशा से भरे पागलपन के सपने देखने वालों में से है। वह अजीब है.. बहुत अजीब है, प्यार में उसका विश्वास और बेहतर करने की उसकी महत्वाकांक्षा गजब है। यह एक ऐसा किरदार है, जिसे निभाने में मुझे बहुत मजा आया। कोई संकोच और भय नहीं हुआ। किट्टी में तुम्हें याद करूंगी।  
अलंकृता श्रीवास्तव द्वारा निर्देशित फिल्म में कोंकणा सेन शर्मा भी हैं। इसमें वह डॉली की भूमिका में हैं। भूमि ने इस यात्रा को अविस्मरणीय बनाने के लिए फिल्म के कलाकारों और पूरी टीम का धन्यवाद भी दिया। वह इसके अलावा अभिषेक चौबे की सोनचिरैया में भी नजर आएंगी, जिसमें सुशांत सिंह राजपूत और मनोज बाजपेयी हैं।

 

किसी खोजी काम की तरह है अभिनय : राधिका आप्टे
Posted Date : 22-Jan-2019 9:34:50 am

किसी खोजी काम की तरह है अभिनय : राधिका आप्टे

अभिनेत्री राधिका आप्टे का कहना है कि अभिनय एक खोजी काम की तरह होता है क्योंकि यह जिंदगी में कई चीजों के बारे में जानने में मदद करता है। राधिका ने आगामी फिल्म बॉम्बैरिया के प्रचार के दौरान मीडिया से बात की। 
अभिनेत्री ने कहा, मैं हमेशा दिलचस्प और प्रेरित करने वाले प्रोजेक्ट को चुनती हूं। एक तरह से यह किसी खोजी काम की तरह होता है क्योंकि अभिनय के दौरान हमें जिंदगी में बहुत कुछ जानने को मिलता है, इसलिए मुझे फिल्मों के सेट पर होना सच में पसंद है। 
बॉम्बैरिया में राधिका आप्टे मुख्य भूमिका में हैं। फिल्म में सिद्धांत कपूर, अक्षय ओबेरॉय, आदिल हुसैन, शिल्पा शुक्ला और रवि किशन जैसे कलाकार भी हैं। फिल्म का निर्देशन पिया सुकन्या ने किया है। 

 

सोचा नहीं था इतनी सफलता मिलेगी : शालिनी अरोड़ा
Posted Date : 22-Jan-2019 9:34:01 am

सोचा नहीं था इतनी सफलता मिलेगी : शालिनी अरोड़ा

अभिनेत्री शालिनी अरोड़ा का कहना है कि उन्होंने कभी नहीं सोचा था कि उन्हें इतनी सफलता हासिल होगी। शालिनी ने एक बयान में कहा, मैं एक दशक से अपने अभिनय करियर का लुत्फ उठा रही हूं। मैंने इतना सफल करियर होने के बारे में कभी नहीं सोचा था। शादी के बाद मैं मुंबई आ गई और गृहिणी के तौर पर जिंदगी का आनंद ले रही थी।
उन्होंने कहा, फिर एक दोस्त ने मुझसे ऑडिशन देने के लिए कहा। मैंने कोशिश की और मुझे भूमिका मिल गई। मैं खुश हूं कि मुझे बालिका वधू, पवित्र रिश्ता  और दिया और बाती हम जैसे लोकप्रिय धारावाहिकों में काम करने का मौका मिला। शालिनी इन दिनों टीवी शो इश्क सुभान अल्लाह में नजर आ रही हैं।

 

चेहरे पर मुंहासे और बाल से महिलाओं में तनाव का खतरा
Posted Date : 21-Jan-2019 12:57:18 pm

चेहरे पर मुंहासे और बाल से महिलाओं में तनाव का खतरा

महिलाओं के चेहरे पर मुंहासे और बाल वर्तमान में एक आम समस्या बन गए हैं इससे उनमें समाज में शर्म की स्थिति झेलने के साथ-साथ भावनात्मक तनाव और अवसाद की चपेट में आने का खतरा रहता है। इस समस्या को पॉलीसिस्टिक ओवरियन सिन्ड्रोम (पीसीओएस) कहा जाता है, जिसका जल्दी ही उचित उपचार मिलने से भावनात्मक तनाव कम हो सकता है।
पॉलीसिस्टिक ओवरी सिन्ड्रोम वास्तव में एक मेटाबोलिक, हार्मोनल और साइकोसोशल बीमारी है, जिसका प्रबंधन किया जा सकता है, लेकिन ध्यान नहीं दिये जाने से रोगी के जीवन पर बुरा प्रभाव पड़ सकता है। एक अध्यनन के मुताबिक, भारत में पांच में से एक वयस्क महिला और पांच में से दो किशोरी पीसीओएस से पीडि़त है। मुंहासे और हिरसुटिज्म पीसीओएस के सबसे बुरे लक्षण हैं।
पीसीओएस का प्रमुख लक्षण है हाइपरएंड्रोजेनिज्म, जिसका मतलब है महिला शरीर में एंड्रोजन्स (पुरुष सेक्स हॉर्मोन, जैसे टेस्टोस्टेरोन) की उच्च मात्रा। इस स्थिति में महिला के चेहरे पर बाल आ जाते हैं।
दिल्ली में ऑब्स्टेट्रिक्स एवं गायनेकोलॉजी की निदेशक व दिल्ली गायनेकोलॉजिस्ट फोरम (दक्षिण) की अध्यक्ष डॉ. मीनाक्षी आहूजा ने कहा, ‘‘त्वचा की स्थितियों, जैसे मुंहासे और चेहरे पर बाल को आम तौर पर कॉस्मेटिक समस्या समझा जाता है। महिलाओं को पता होना चाहिए कि यह पीसीओएस के लक्षण है और हॉर्मोनल असंतुलन तथा इंसुलिन प्रतिरोधकता जैसे कारणों के उपचार हेतु चिकित्सकीय सलाह लेनी चाहिए।’’
मुंहासे और हिरसुटिज्म के उपचार के बारे में डॉ. मीनाक्षी आहूजा ने कहा, ‘‘पीसीओएस एक चुनौतीपूर्ण सिन्ड्रोम है, लेकिन जोखिमों का प्रबंधन करने के पर्याप्त अवसर हैं। पीसीओएस के बारे में बेहतर जागरूकता की आवश्यकता है, ताकि महिलाएं लक्षणों को पहचानें और सही समय पर सही मेडिकल सहायता लें।’’ 
 उन्होंने कहा, ‘‘स्वस्थ जीवनशैली, पोषक आहार, पर्याप्त व्यायाम और उपयुक्त उपचार अपनाने से पीसीओएस के लक्षण नियंत्रित हो सकते हैं। पीसीओएस के कारण होने वाला हॉर्मोनल असंतुलन उपचार योग्य होता है, ताकि मुंहासे और हिरसुटिज्म को रोका जा सके। गायनेकोलॉजिस्ट से उपयुक्त मेडिकल मार्गदर्शन प्रभावी उपचार के लिए महत्वपूर्ण है।’’
देश में पांच से आठ प्रतिशत महिलाएं हिरसुटिज्म से पीडि़त हैं। हार्मोन के असंतुलन के कारण मुंहासे भी होते हैं और यह पीसीओएस का लक्षण है। यह दोनों लक्षण महिला की शारीरिक दिखावट को प्रभावित करते हैं और इनका उपचार न होने से महिला का आत्मविश्वास टूट जाता है और उनका अपने प्रति आदर कम होता है। मुंहासे से पीडि़त 18 प्रतिशत रोगियों में गंभीर डिप्रेशन और 44 प्रतिशत में एन्ग्जाइटी देखी गई है।
डॉ. आहूजा ने कहा, ‘‘पीसीओएस से पीडि़त महिलाओं की भलाई सुनिश्चित करने के लिए समाज और परिवारों को साइकोलॉजिकल तनाव को समझने और साथ ही पूरे आत्मविश्वास के साथ दुनिया का सामना करने के लिए उन्हें सहयोग देने के लिए प्रयास करने की जरूरत है।’’
उन्होंने कहा, ‘‘अधिकांश महिलाओं को इन स्थितियों का बोध नहीं है और वे चिकित्सकीय मार्गदर्शन के बिना सामयिक उपचार लेती हैं, जिससे त्वचा खराब हो सकती है। यह जानना महत्वपूर्ण है कि अगर आप लक्षणों का उपचार नहीं करेंगे, तो मुंहासे और चेहरे पर बाल दोबारा आ जाएंगे।