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घरेलू शेयर बाजार की मजबूत शुरूआत, नये रिकॉर्ड स्तर पर सेंसेक्स, निफ्टी
Posted Date : 14-Dec-2020 11:45:45 am

घरेलू शेयर बाजार की मजबूत शुरूआत, नये रिकॉर्ड स्तर पर सेंसेक्स, निफ्टी

मुंबई। घरेलू शेयर बाजार में कारोबार की शुरूआत सोमवार को तेजी के साथ हुई और आरंभिक कारोबार के दौरान सेंसेक्स 270 अंकों से ज्यादा की बढ़त के साथ 46,373.34 तक उछला जो कि सेंसेक्स का एक नया रिकॉर्ड स्तर है।
इसी प्रकार निफ्टी भी 80 अंकों की बढ़त बनाकर 13,597.50 तक चढ़ा जो कि नया रिकॉर्ड स्तर है। एशियाई बाजारों से मिले सकारात्मक संकेतों से भारतीय शेयर बाजार में तेजी का रुझान बना हुआ था। सुबह 9.40 बजे सेंसेक्स बीते सत्र से 203.03 अंकों यानी 0.44 फीसदी की तेजी के साथ 46,302.04 पर बना हुआ था जबकि निफ्टी 59.30 अंकों यानी 0.44 फीसदी की तेजी के साथ 13,573.15 पर कारोबार कर रहा था।
बंबई स्टॉक एक्सचेंज (बीएसई) के 30 शेयरों पर आधारित प्रमुख संवेदी सूचकांक सेंसेक्स बीते सत्र के मुकाबले 185.69 अंकों की तेजी के साथ 46,284.70 पर खुला और शुरूआती कारोबार के दौरान 46,373.34 तक चढ़ा जबकि निचला स्तर 46,231.31 रहा। नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (एनएसई) के 50 शेयरों पर आधारित प्रमुख संवेदी सूचकांक निफ्टी बीते सत्र से 57.6 अंकों की बढ़त के साथ 13,571.45 पर खुला और आरंभिक कारोबार के दौरान 13,597.50 तक उछला, जबकि इस दौरान इसका निचला स्तर 13,556.40 रहा।

किसान आंदोलन के बीच आईआरसीटीसी ने ग्राहकों को भेजे 2 करोड़ मेल
Posted Date : 14-Dec-2020 11:45:19 am

किसान आंदोलन के बीच आईआरसीटीसी ने ग्राहकों को भेजे 2 करोड़ मेल

नई दिल्ली। आईआरसीटीसी ने 8 से 12 दिसंबर के बीच करीब 2 करोड़ ई-मेल  भेजकर अपने ग्राहकों को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी  द्वारा सिख समुदाय के खातिर लिए गए 13 फैसलों के बारे में जानकारी दी। यह केंद्र सरकार के 3 कृषि कानूनों के खिलाफ किसानों के आंदोलन के बीच किया गया है।
अधिकारियों ने बताया कि रेलवे सार्वजनिक उपक्रम (पीएसयू) इंडियन रेलवे केटरिंग एंड टूरिज्म कॉरपोरेशन (आईआरसीटीसी) ने अपने ग्राहकों को 47 पन्नों की पुस्तिका— प्रधानमंत्री मोदी और उनकी सरकार के सिखों के साथ विशेष संबंध भेजी है। ये सरकार के जनहित संपर्क के तहत भेजी गई है जिसका उद्देश्य विधेयकों को लेकर लोगों को जागरूक करना और उनके बारे में मिथकों को दूर करना है। पुस्तिका हिन्दी, अंग्रेजी और पंजाबी में हैं।
अधिकारियों ने बताया कि ई-मेल आईआरसीटीसी के पूरे डेटाबेस को भेजे गए हैं। आईआरसीटीसी में यात्री टिकट बुक कराने के दौरान अपना विवरण देते हैं। 12 दिसंबर को ईमेल भेजना बंद कर दिए गए थे। पीएसयू ने इन रिपोर्टों का खंडन किया है कि ई-मेल सिर्फ सिख समुदाय को भेजे गए हैं।
आईआरसीटीसी ने एक आधिकारिक बयान में कहा कि ई-मेल्स सभी को भेजे गए हैं, भले ही उनका समुदाय कोई भी हो। यह पहला उदाहरण नहीं है। पहले भी जनहित में सरकारी कल्याणकारी योजनाओं को बढ़ावा देने के लिए आईआरसीटीसी ने ऐसी गतिविधियां की हैं। रेलवे के सूत्रों ने बताया कि आईआरसीटीसी ने 12 दिसंबर तक 1.9 करोड़ ई-मेल्स भेजे हैं। अधिकारियों ने यह भी कहा कि ई-मेल भेजने का कदम सचेत तरीके से उठाया गया था और यह जनहित के लिए एक संचार रणनीति का हिस्सा था।
 कौन सी पेशेवर कंपनी या कॉरपोरेट उन दर्शकों की जनसांख्यिकीय प्रोफाइल का विश्लेषण नहीं करती है जहां संदेश भेजा जाना है? कॉरपोरेट रोजाना जो करते हैं, वैसा ही या उससे भी अच्छा एक सरकारी संगठन करने में सक्षम है तो कुछ लोग हैरान क्यों हैं? व्यक्ति को खुश होना चाहिए कि वर्तमान सरकार जनहित में सूचना का प्रसार करने में उतनी ही अच्छी है। पुस्तिका 1984 के दंगा पीडि़तों को दिए गए न्याय, श्री हरमंदर साहिब, जालियावाला बाग स्मारक को दी गई एफसीआरए पंजीकरण की इजाजत, लंगर पर कर नहीं होने, करतारपुर गलियारे समेत अन्य पर बात करती है।
इस पुस्तिका का विमोचन 1 दिसंबर को गुरु नानक जयंती के मौके पर केंद्रीय मंत्रियों प्रकाश जावड़ेकर और हरदीप सिंह पुरी ने किया था। हजारों किसान नए कृषि कानूनों के खिलाफ दिल्ली की सीमाओं पर प्रदर्शन कर रहे हैं। इनमें अधिकतर पंजाब और हरियाणा के किसान हैं। 

भारतीय रेलवे ने 31 जनवरी तक इन ट्रेनों को किया रद्द, कई के समय में भी बदलाव
Posted Date : 14-Dec-2020 11:44:35 am

भारतीय रेलवे ने 31 जनवरी तक इन ट्रेनों को किया रद्द, कई के समय में भी बदलाव

नई दिल्ली।  कोरोना वायरस के कारण पहले से ही गिनी चुनी ट्रेनें चल रही हैं तो वहीं अब कोहरे के चलते भी रेल यातायात पर मार पडऩे लगी है। देश के कई हिस्सों में कोहरे के चलते रेलवे ने काफी ट्रेनों को रद्द करने का फैसला का किया है। बताया जा रहा है कि रलवे ने रेलवे ने 31 जनवरी तक कई ट्रेनें रद्द की हैं। इसके अलावा रेलवे ने 31 जनवरी तक कई ट्रेनों के समय में भी बदलाव किया है। अगर आप इन रेल सफर की तैयारी में है तो इस लिस्ट को देख लें। पूर्वोत्तर रेलवे के मुख्य जनसंपर्क अधिकारी पंकज कुमार ने बताया कि यात्रियों की सुविधा को ध्यान में रखते हुए 16 दिसंबर से एक जनवरी तक कई ट्रेनों को रद्द कर दिया है। इसमें गोरखपुर-आनंद विहार टर्मिनस (ट्रेन संख्या 02571) 16, 20, 23, 27, 30 दिसंबर और 3, 6, 10, 13, 7, 20, 24, 27 और 31 जनवरी के बीच सभी बुधवार और रविवार को रद्द रहेगी। वहीं आनंद विहार टर्मिनस-गोरखपुर (ट्रेन संख्या 02572) 17, 21, 24, 28, 31 दिसंबर और 4, 7, 11, 14, 18, 21, 25 और 28 जनवरी के बीच सभी सोमवार को गुरुवार को रद्द रहेगी। 
भारतीय रेलवे ने कोहरे की वजह से कुछ ट्रेनों का आंशिक निरस्तीकरण किया है। इनमें गोरखपुर-कानपुर अनवरगंज (ट्रेन संख्या 05004) 16 दिसंबर से 31 जनवरी तक प्रयागराज रामबाग से कानपुर अनवरगंज के बीच रद्द रहेगी। वहीं कानपुर अनवरगंज-गोरखपुर (ट्रेन संख्या 05003) 16 दिसंबर से 31 जनवरी तक कानपुर अनवरगंज-प्रयागराज रामबाग के बीच रद्द रहेगी। 
कुछ ऐसी भी ट्रेनें हैं जिन्हें किसान आंदोलन के कारण रद्द किया गया है। आंदोलन के कारण पंजाब की कुछ ट्रेनों को रद्द किया गया है। रेलवे ने अमृतसर-दरभंगा (ट्रेन संख्या 05212) को रद्द कर दिया है। ये ट्रेन अमृतसर से 13 दिसंबर को रवाना होने वाली थी। इसके अलावा अमृतसर-जयनगर अंबाला (ट्रेन संख्या 04652) और जयनगर-अमृतसर अंबाला (ट्रेन संख्या 04651) को रद्द किया गया है।  

67 साल बाद होगी एयर इंडिया की घर वापसी, टाटा संस ने लगाई बोली
Posted Date : 14-Dec-2020 11:43:50 am

67 साल बाद होगी एयर इंडिया की घर वापसी, टाटा संस ने लगाई बोली

नई दिल्ली। देश के सबसे बड़े औद्योगिक समूह टाटा ग्रुप ने संकट से जूझ रही सरकारी एयरलाइन एयर इंडिया को खरीदने के लिए अभिरुचि पत्र सौंप दिया है। सूत्रों के मुताबिक टाटा ग्रुप ने बीते सप्ताहांत एयर इंडिया के लिए बोली सौंपी। इस तरह एयर इंडिया की 53 साल बाद घर वापसी हो सकती है। माना जा रहा है कि टाटा ने इसके लिए एयरएशिया इंडिया का इस्तेमाल किया है जिसमें टाटा संस की बहुलांश हिस्सेदारी है।
एयर इंडिया के 200 कर्मचारियों के भी ईओआई सौंपने की उम्मीद है। एयर इंडिया के लिए ईओआई सौंपने की समयसीमा आज शाम 5 बजे तक है। स्पाइसजेट के अजय सिंह की भी एयर इंडिया पर नजर है लेकिन कंपनी ने इस पर टिप्पणी करने से इनकार किया है। सरकार ने 2018 में भी एयर इंडिया को बेचने की कोशिश की थी लेकिन तब इसके लिए कोई आगे नहीं आया था। लेकिन इस बार कई कंपनियों ने इसमें दिलचस्पी दिखाई है।
1953 में राष्ट्रीयकरण
उड्डयन मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने पिछले साल कहा था कि अगर एयर इंडिया का निजीकरण नहीं किया गया तो इसे बंद करना पड़ सकता है। पुरी ने रविवार को कहा कि एयर इंडिया का निजीकरण एक गोपनीय प्रक्रिया है। संबंधित विभाग (डीआईपीएएम) उचित समय पर टिप्पणी करेगा। टाटा ग्रुप ने 1932 में टाटा एयरलाइंस के नाम से एयर इंडिया की शुरुआत की थी। भारत सरकार ने 1953 में एयर इंडिया को अपने अधिकार क्षेत्र में ले लिया।

कोरोना वैक्सीन पर प्रोग्रेस से झूमा शेयर बाजार, सेंसेक्स और निफ्टी रेकॉर्ड स्तर पर
Posted Date : 14-Dec-2020 11:43:24 am

कोरोना वैक्सीन पर प्रोग्रेस से झूमा शेयर बाजार, सेंसेक्स और निफ्टी रेकॉर्ड स्तर पर

नई दिल्ली। मजबूत वैश्विक संकेतों के दम पर घरेलू शेयर बाजार हफ्ते के पहले दिन आज तेजी के साथ खुले। शुरुआती कारोबार में सेंसेक्स 248 अंक की तेजी के साथ 46,346.90 के नए रेकॉर्ड पर पहुंच गया। इसी तरह निफ्टी भी 74 अंक चढ़कर 13,588 ने नए रेकॉर्ड पर पहुंच गया। इससे पहले बीएसई सेंसेक्स 233 अंकों की तेजी के साथ 46297.69 पर खुला। निफ्टी भी 0.5 फीसदी की तेजी के साथ 13581 अंक पर खुला। बजाज ऑटो, नेस्ले इंडिया और टेक महिंद्रा को छोड़कर सेंसेक्स के सारे शेयर तेजी के साथ खुले। शुरुआती कारोबार में सिप्ला के शेयरों में 3.6 फीसदी की तेजी रही जबकि टेक महिंद्रा में 0.3 फीसदी की गिरावट देखने को मिली।

दिसंबर अंत तक अंशधारकों के खातों में ईपीएफओ जमा करेगा एकमुश्त ब्याज, 6 करोड़ लोगों को होगा फायदा
Posted Date : 13-Dec-2020 2:26:04 pm

दिसंबर अंत तक अंशधारकों के खातों में ईपीएफओ जमा करेगा एकमुश्त ब्याज, 6 करोड़ लोगों को होगा फायदा

नई दिल्ली।  कर्मचारी भविष्य निधि खातों में दिसंबर के अंत तक एकमुश्त 8.5 प्रतिशत का ब्याज डालेगा। इससे पहले सितंबर में श्रम मंत्री संतोष गंगवार की अगुवाई में हुई न्यासियों की बैठक में ईपीएफओ ने ब्याज को 8.15त्न और 0.35त्न की दो किस्तों में डालने का फैसला किया था। सूत्र ने कहा कि श्रम मंत्रालय ने वित्त मंत्रालय को 2019-20 के लिए ईपीएफ में एक बार में 8.5 प्रतिशत का ब्याज डालने का प्रस्ताव भेजा है। यह प्रस्ताव इसी महीने भेजा गया है। इस प्रस्ताव पर वित्त मंत्रालय की मंजूरी कुछ दिन में मिलने की उम्मीद है। ऐसे में अंशधारकों के खातों में ब्याज इसी महीने डाला जाएगा। इससे पहले वित्त मंत्रालय ने बीते वित्त वर्ष के लिए ब्याज पर कुछ स्पष्टीकरण मांगा था। वित्त मंत्रालय को यह स्पष्टीकरण दे दिया गया है। श्रम मंत्री गंगवार की अगुवाई वाले ईपीएफओ के निर्णय लेने वाले शीर्ष निकाय केंद्रीय न्यासी बोर्ड (ष्टक्चञ्ज) की मार्च में हुई बैठक में 2019-20 के लिए ईपीएफ पर 8.5 प्रतिशत ब्याज दर को मंजूरी दी गई थी। सीबीटी की मार्च में हुई बैठक में 8.5 प्रतिशत के ब्याज देने की प्रतिबद्धता को पूरा करने का फैसला किया गया था। लेकिन इसके साथ ही सीबीटी ने तय किया था कि 8.5 प्रतिशत के ब्याज को दो किस्तों (8.15 प्रतिशत और 0.35 प्रतिशत) में अंशधारकों के खातों में डाला जाएगा।