खेल-खिलाड़ी

फॉमूर्ला वन : मैक्स ने हैमिल्टन को पछाड़ चैंपियनशिप का खिताब जीता
Posted Date : 13-Dec-2021 9:34:21 pm

फॉमूर्ला वन : मैक्स ने हैमिल्टन को पछाड़ चैंपियनशिप का खिताब जीता

अबू धाबी ,13 दिसंबर ।  मैक्स वेरस्टापेन ने अबू धाबी में मर्सिडीज के लुईस हैमिल्टन को आखिरी लैप में पार करने के बाद रेड बुल के लिए अबू धाबी ग्रांड प्रिक्स और फॉर्मूला वन विश्व चैंपियनशिप का खिताब जीता।
लुईस हैमिल्टन दूसरे स्थान पर रहे, क्योंकि दौड़ एक-एक-गोद स्प्रिंट में समाप्त हुई, जिसमें वाल्टेरी बोटास छठे स्थान पर रहे और सर्जियो पेरेज अंतिम दौड़ से सेवानिवृत्त हुए। हालांकि, मर्सिडीज ने लगातार आठवें कंस्ट्रक्टर्स चैंपियनशिप का रिकॉर्ड बनाया।
हैमिल्टन ने शुरुआत में वेरस्टैपेन को छलांग लगा दी, जबकि डचमैन टर्न 6 में वापस आया, उसे चौड़ा और रन-ऑफ के ऊपर से धक्का दिया, लेकिन मर्सिडीज ड्राइवर ने बढ़त जारी रखी। स्टीवर्डस ने जांच नहीं करने का फैसला किया। गड्ढे की खिडक़ी तब खुल गई जब वेरस्टैपेन लैप 13 पर, हैमिल्टन एक लैप बाद में आए, जिससे सर्जियो पेरेज को हैमिल्टन को रोकने के मिशन के साथ नेतृत्व में छोड़ दिया गया।
पेरेज ने ठीक वैसा ही किया, लैप्स 20 से 21 पर उनकी टीम के साथी ने इसे किंवदंती करार दिया।

भारत के पूर्व क्रिकेटर को साइबर ठगों ने लगाया चूना, खाते से निकाले लाखों रुपए
Posted Date : 11-Dec-2021 5:08:45 am

भारत के पूर्व क्रिकेटर को साइबर ठगों ने लगाया चूना, खाते से निकाले लाखों रुपए

नई दिल्ली ,10 दिसंबर । भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व खिलाड़ी विनोद कांबली साइबर ठगी का शिकार हो गए हैं। साइबर ठगों ने उन्हें एक लाख रुपये की चपत लगाई है। इस संबंध में बांद्रा पुलिस थाने में एक मामला दर्ज किया गया है। पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार , एक व्यक्ति ने खुद को बैंक अधिकारी बताते हुए कांबली को फोन किया और उन्हें एक लिंक भेजा।
कांबली द्वारा उस लिंक को खोलते ही कुछ देर बाद उनके खाते से एक लाख रुपए निकल गए। अधिकारी ने बताया कि इस संबंध में आईपीसी की धारा 420 और सूचना प्रौद्योगिकी अधिनियम के प्रावधानों के तहत मामला दर्ज किया गया और आरोपियों की तलाश जारी है।
गौरतलब है कि देशभर में साइबर ठगी के मामले लगातार बढ़ते जा रहे हैं। आए दिन कई लोग इसके शिकार भी हो रहे हैं। खास कर कोरोना काल में साइबर ठगी के मामलों में तेजी आयी है।
विनोद कांबली ने 1991 में अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट की शुरुआत की थी। उन्होंने 18 अक्टूबर 1991 को वनडे में डेब्यू किया और आखिरी वनडे 29 अक्टूबर 2000 में खेला था। जबकि 29 जनवरी 1993 में टेस्ट में डेब्यू किया और आखिरी टेस्ट न्यूजीलैंड के खिलाफ 8 नवंबर 1995 में खेला था।
कांबली ने टीम इंडिया के 17 टेस्ट और 104 वनडे मैच खेले जिसमें उन्होंने वनडे में दो शतक और 14 अर्धशतक की मदद से 2477 रन बनाये, तो 4 शतक, दो दोहरे शतक और 3 अर्धशतक की मदद से टेस्ट में 1084 रन बनाए। वनडे में कांबली ने एक विकेट भी चटकाए।

दक्षिण अफ्रीकी बॉलरों के लिए सिरदर्द बने हनुमा विहारी, भारतीय टीम में मिल सकती है जगह
Posted Date : 09-Dec-2021 5:37:26 am

दक्षिण अफ्रीकी बॉलरों के लिए सिरदर्द बने हनुमा विहारी, भारतीय टीम में मिल सकती है जगह

नई दिल्ली  । न्यूजीलैंड के खिलाफ हाल ही में खेली गई टेस्ट सीरीज के लिए नहीं चुने गए हनुमा विहारी ने दक्षिण अफ्रीका ए के खिलाफ शानदार प्रदर्शन कर सिलेक्टर्स को करारा जवाब दिया है। उन्होंने दक्षिण अफ्रीका ए के खिलाफ तीन अनऑफिशियल मैचों की टेस्ट सीरीज में तीसरी फिफ्टी जड़ते हुए भारत की वापसी कराई। उनकी और विकेटकीपर बल्लेबाज इशान किशन की शानदार फिफ्टी की बदौलत भारत ए ने दक्षिण अफ्रीका ए के खिलाफ तीसरे अनऑफिशियल टेस्ट के दूसरे दिन छह विकेट पर 229 रन बना लिए। दक्षिण अफ्रीका ए ने पहली पारी में 268 रन बनाए थे। दूसरे दिन का खेल खत्म होने पर किशन 141 गेंद में 12 चौकों और एक छक्के की मदद से 86 रन बनाकर खेल रहे थे, जबकि विहारी ने 170 गेंद में 63 रन बना लिए हैं, जिनमें छह चौके और एक छक्का शामिल है। इनके अलावा अभिमन्यु ईश्वरन ने 28 और सरफराज खान ने 14 रन बनाए। सलामी बल्लेबाज पृथ्वी शॉ पांच और देवदत्त पडीक्कल आठ रन बनाकर आउट हो गए। नहीं मिला न्यूजीलैंड के खिलाफ घरेलू टेस्ट सीरीज में मौका
न्यूजीलैंड के खिलाफ टेस्ट सीरीज से बाहर रहने वाले हनुमा को दक्षिण अफ्रीका दौरे के लिए भारत-ए टीम में शामिल किया गया था। उन्होंने यहां इस मौके को अच्छी तरह भुनाया और दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ टेस्ट सीरीज के लिए दावा पेश किया है। विहारी जब पिछली बार भारत के लिए खेले थे, तो उन्हें हैमस्ट्रिंग चोट का सामना करना पड़ा था। लेकिन जनवरी में सिडनी टेस्ट मैच में उन्होंने भारत को हार से बचाने में मदद की थी। इसके बाद भारत ने ऐतिहासिक टेस्ट सीरीज जीती थी। विहारी ने अपने करियर में अबतक केवल 12 टेस्ट मैच खेले हैं, जिसमें उन्होंने घर में केवल एक ही टेस्ट खेला है।
दीपक-सैनी की जोरदार बॉलिंग
दक्षिण अफ्रीका ए पहले दिन के स्कोर सात विकेट पर 249 रन से आगे खेलते हुए अपने स्कोर में 19 रन ही जोड़ सकी। दक्षिण अफ्रीका-ए के लिए सरेल एर्वी ने सबसे ज्यादा 75 रन बनाए। प्रोटियाज टीम को 268 रनों पर ही समेटने में भारतीय तेज गेंदबाजों का खास योगदान रहा। भारत के लिए तेज गेंदबाज दीपक चाहर ने 45 रन देकर चार विकेट लिए, जबकि नवदीप सैनी ने 51 रन देकर तीन विकेट लिए। इसके अलावा युवा सौरभ कुमार ने 52 रन देकर दो विकेट झटके।

मैन ऑफ द सीरीज अवॉर्ड जीतने के बाद आर अश्विन ने बताया अपना अगला मिशन
Posted Date : 07-Dec-2021 4:56:59 am

मैन ऑफ द सीरीज अवॉर्ड जीतने के बाद आर अश्विन ने बताया अपना अगला मिशन

नई दिल्ली। भारत ने ऑफ स्पिनरों रविचंद्रन अश्विन और जयंत यादव के चार-चार विकेटों की बदौलत न्यूजीलैंड को दूसरे टेस्ट मैच के चौथे दिन सुबह के सेशन में 167 रन पर ढेर कर 372 रन से बड़ी जीत हासिल की। अश्विन ने हेनरी निकल्स को विकेटकीपर ऋद्धिमान साहा के हाथों स्टम्प आउट कराकर भारत में अपना 300वां टेस्ट विकेट किया और न्यूजीलैंड की पारी का अंत कर दिया। अश्विन ने न्यूजीलैंड के खिलाफ पहली पारी में भी चार अहम विकेट अपने नाम किए थे। उन्हें इस शानदार प्रदर्शन के लिए प्लेयर ऑफ द सीरीज अवॉर्ड से भी नवाजा गया। उन्होंने मैच खत्म होने के बाद अगले मिशन को लेकर बात की है।
अश्विन ने कहा, मैं दक्षिण अफ्रीका जाना चाहता हूं और वहां टेस्ट सीरीज जीतना चाहता हूं। हम इससे पहले ऐसा करने में सफल नहीं हो सके हैं, लेकिन मुझे उम्मीद है कि हम इस बार जरूर करेंगे। अश्विन ने वानखेड़े स्टेडियम में जैसे ही निकल्स का विकेट झटका, वैसे ही उनका नाम अश्विन मुथैया मुरलीधरन, जेम्स एंडरसन और अनिल कुंबले जैसे दिग्गज गेंदबाजों की एक खास लिस्ट में शामिल हो गया। अश्विन का होम ग्राउंड पर यह 300वां टेस्ट विकेट था, उनसे पहले यह कारनामा दुनिया के महज तीन गेंदबाज ही कर पाए हैं। अश्विन से पहले भारत की तरफ से यह कारनामा महान अनिल कुंबले ने किया है।
साल 2021 में यह कारनामा करने वाले पहले गेंदबाज
मुंबई में अश्विन ने एक नया इतिहास रचते हुए टेस्ट क्रिकेट में एक साल में चौथी बार 50 या उससे ज्यादा विकेट लिए, जोकि भारतीय गेंदबाज का एक नया रिकॉर्ड है। अश्विन ने इस मामले में अनिल कुंबले और कपिल देव जैसे दिग्गजों को भी पीछे छोड़ा। इससे पहले उन्होंने 2015, 2016 और 2017 में टेस्ट क्रिकेट में 50 या उससे ज्यादा विकेट झटके थे। अश्विन से पहले कुंबले ने तीन बार और कपिल देव ने दो बार यह कारनामा किया था।

सबसे उम्रदराज़ टेस्ट क्रिकेटर एलीन ऐश का 110 वर्ष की उम्र में निधन
Posted Date : 06-Dec-2021 3:45:30 am

सबसे उम्रदराज़ टेस्ट क्रिकेटर एलीन ऐश का 110 वर्ष की उम्र में निधन

लंदन । सबसे उम्रदराज़ टेस्ट क्रिकेटर एलीन ऐश का 110 वर्ष की आयु में निधन हो गया है। उनके निधन पर इंग्लिश क्रिकेट बोर्ड (ईसीबी) ने उन्हें श्रद्धांजलि दी है।
ऐश ने 1937 में ऑस्ट्रेलिया के ख़िलाफ़ इंग्लैंड के लिए टेस्ट क्रिकेट में पदार्पण किया और कुल सात टेस्ट खेले। 1949 में रिटायर होने से पहले उन्होंने 23.00 के औसत से 10 विकेट झटके थे। अपने खेल जीवन के बीच उन्हें ब्रिटेन की खुफिया ऐजेंसी एमआई 16 में दूसरे विश्व युद्ध के दौरान शामिल किया गया था।
अपने अंतिम दिनों में ऐश एक प्रसिद्ध व्यक्तित्व थी। लॉर्ड्स में अक्सर खेल शुरू होने से पहले घंटी बजाई जाती है। 2017 में महिला विश्व कप के फ़ाइनल दौरान लॉर्डस में खेल शुरू होने से पहले उन्होंने ही घंटी बजाई थी। उस मैच में इंग्लैंड महिला टीम ने भारतीय टीम को हराया था। इसके ठीक दो साल बाद एमसीसी ने उनकी एक तस्वीर का अनावरण भी किया था।
ईसीबी के महिला क्रिकेट के प्रबंध निदेशक और एमसीसी के अध्यक्ष क्लेयर कॉनर ने कहा, हमारा खेल एलीन जैसी खिलाडिय़ों के प्रति काफ़ी ऋणी है। मुझे आज उन्हें अलविदा कहते हुए बहुत दुख हो रहा है।
उन्होंने कहा, हीदर नाइट ( इंग्लैंड कप्तान) और मैं 2017 आईसीसी महिला विश्व कप से लगभग छह महीने पहले एलीन से मिलने गए थे। वह उस समय 105 वर्ष की थीं और यह सबसे उल्लेखनीय अनुभवों में से एक था। एलीन ने हीदर को योग सिखाया, हमने स्नूकर खेला और चाय पी। उस वक़्त उन्होंने हमें कुछ अद्भुत कहानियों से रूबरू कराया, जिसमें यह भी शामिल है कि कैसे उन्होंने 1949 में सिडनी में एक फ्रांसीसी रेस्तरां में सर डोनाल्ड ब्रैडमैन से अपने बल्ले पर हस्ताक्षर करवाया था। मुझे पता है कि हम में से कोई भी उस दिन को कभी नहीं भूल पाएगा, यह बहुत ख़ास था।
उन्होंने आगे कहा, हमारी संवेदनाएं और प्रार्थना एलीन के परिवार के साथ हैं। वे एक अद्भुत महिला को खोने से काफ़ी दु:खी होंगे।

थाईलैंड के खिलाफ मुकाबले से एशियाई चैंपियंस ट्रॉफी अभियान शुरू करेगी भारतीय महिला हॉकी टीम
Posted Date : 06-Dec-2021 3:44:56 am

थाईलैंड के खिलाफ मुकाबले से एशियाई चैंपियंस ट्रॉफी अभियान शुरू करेगी भारतीय महिला हॉकी टीम

डोंगहे । भारतीय महिला हॉकी टीम अपने एशियाई चैंपियंस ट्रॉफी टूर्नामेंट अभियान की शुरुआत थाईलैंड के खिलाफ मुकाबले के साथ करेगी जो कोरिया के डोंगहे में पांच से 12 दिसंबर तक आयोजित होगा।
2018 की उप विजेता भारतीय टीम इस सिंगल पूल टूर्नामेंट में थाईलैंड के अलावा चीन, कोरिया, जापान और मलेशिया से भिड़ेगी।
बेंगलुरु में रिहैबिलिएटेशन कर रही नियमित कप्तान रानी रामपाल की अनुपस्थिति में टूर्नामेंट में टीम का नेतृत्व करने वाली गोलकीपर सविता पुनिया ने एक बयान में कहा,  टीम का ध्यान अभी अच्छी शुरुआत करने पर है। ओलंपिक के बाद यह हमारी पहली अंतरराष्ट्रीय यात्रा है और पहले मैच को लेकर हमेशा कुछ हिचकिचाहट होगी, लेकिन हमने अच्छी तैयारी की है और हम चुनौती के लिए तैयार हैं। हम मेजबान कोरिया से कड़ी चुनौती की उम्मीद कर रहे हैं और निश्चित रूप से हम चीन या जापान को हल्के में नहीं ले सकते हैं जो एशियाई खेलों के स्वर्ण पदक विजेता हैं। डोंगहे में पहुंचने के बाद हम यहां की पिच पर कुछ अच्छे अभ्यास सत्रों से गुजरे ताकि हम खुद को यहां ढाल सकें। यहां अच्छी सुविधा है और हम इस पिच की परिस्थितियों के लिए नए नहीं हैं, हालांकि मौसम काफी ठंडा है और इसकी आदत डालना शुरू में एक चुनौती हो सकती है। 
सविता ने 2022 में व्यस्त कार्यक्रम से पहले इस टूर्नामेंट के महत्व पर भी प्रकाश डाला। भारतीय टीम इस टूर्नामेंट के बाद 2022 में एशिया कप खिताब डिफेंड करेगी और एशियाई खेलों में शीर्ष स्थान के लिए भी प्रयास करेगी, ताकि वह पेरिस ओलंपिक के लिए अपना स्थान सुनिश्चित कर सके। कप्तान ने कहा,  मैच जीतना हमेशा आत्मविश्वास की भावना पैदा करता है और इस दौरे के लिए हमारे पास कुछ युवा खिलाड़ी हैं जो पहली बार इस स्तर पर खेलेंगे। हम एक अच्छे टूर्नामेंट की उम्मीद कर रहे हैं और हर कोई शुरुआत करने के लिए उत्सुक है। 
उल्लेखनीय है कि थाईलैंड के बाद भारतीय टीम छह दिसंबर को मलेशिया, आठ दिसंबर को मेजबान एवं गत चैंपियन कोरिया, नौ दिसंबर को चीन और 11 दिसंबर को आखिरी मुकाबले में जापान से भिड़ेगी। प्रतियोगिता का फाइनल 12 दिसंबर को पूल के टॉपर और दूसरे स्थान पर रहने वाली टीम के बीच होगा।