विज्ञान

ज्यादा कॉफी पीने से भी त्वचा हो सकती हैं सांवली।
Posted Date : 25-Oct-2018 8:36:07 am

ज्यादा कॉफी पीने से भी त्वचा हो सकती हैं सांवली।

कुछ लोगों की स्किन का कलर दिन पर दिन सांवला होने लगता है और उनके चेहरे का निखार खत्म होने लगता है। कुछ लोगों को लगता है इसकी वजह स्किन की सही से देखभाल न करना है तो वहीं कुछ सूर्य की किरणों के सीधे संपर्क में आना मानते हैं। बहुत सारे लोग इसे स्किन डिसऑर्डर भी कहते हैं। लेकिन शायद आप इस बात से अंजान हैं कि इसके पीछे एक कारण आपका खानपान भी हो सकता है। आज हम आपको 5 ऐसे फूड के बारे में बताएंगे जो आपकी स्किन के बढ़ते सांवलेपन की वजह हो सकते हैं.                                                                                                                                                                                            चीनी आपको जानकर हैरानी होगी कि चीनी की ज्यादा मिठास आपकी स्किन को सांवला बना सकती हैं। दरअसल चीनी के सेवन से ब्लड में शुगर की मात्रा बढ़ती है जिससे स्किन टिशूज कोलेजन डैमेज होने लगते हैं और त्वचा का रंग गहरा होता जाता है।

व्हाइट ब्रेड
बहुत सारे लोगों को ब्राउन ब्रेड से ज्यादा व्हाइट ब्रेड खाना पसंद होता है, लेकिन क्या आपको पता है कि ये ही ब्रेड आपके फेयरनेस को डल करने का काम कर रही है। व्हाइट ब्रेड से इंसुलिन का लेवल बढ़ता है जिससे स्किन में ऑयल का प्रोडक्शन ज्यादा होता है और स्किन डार्क होती है।

न खाएं मसालेदार खाना
ज्यादा मसालेदार खाना भी सेहत के साथ-साथ हमारी त्वचा के लिए हानिकारक साबित होता है। मसालेदार खाने के सेवन से हमारे शरीर का तापमान बढ़ाता है जिससे ब्लड वेसल्स फैलती है और सांवलापन बढ़ता है।

कॉफी
ज्यादा कॉफी पीने से भी त्वचा सांवली हो सकती हैं। कॉपी में कैफीन होता है जिससे स्ट्रेस हार्मोन कार्टिसोल का स्तर बढ़ता है औक धीरे-धीरे त्वचा का रंग गहरा होने लगता है।

खाने के साथ-साथ पर्यावरण प्रदूषण कम करने में भी सक्षम हैं मशरूम,जाने वजह
Posted Date : 17-Oct-2018 9:26:31 am

खाने के साथ-साथ पर्यावरण प्रदूषण कम करने में भी सक्षम हैं मशरूम,जाने वजह

जयपुर। मशरूम एक प्रजाति हैं, जिसके फायदों से सारी दुनिया अनजान हैं। वैसे तो ये पौधा अपने बहुप्रतिभाशाली गुणों के कारण काफी मशहूर है। आपको बता दे कि मशरूम में कई ऐसे आवश्यक पोषक तत्व पाये जाते हैं, जो शरीर के लिए बहुत ही आवश्यकता होते है। वैज्ञानिकों ने मशरूम पर शोध कर बताया है कि ये पर्यावरण प्रदूषण कम करने सक्षम हैं और इसी तरह से मशरूम को प्लास्टिक के विकल्प के रूप में इस्तेमाल करने के लिये वैज्ञानिक निरंतर प्रयास कर रहे हैं।बता दे कि मशरूम में विटामिन बी, डी, पोटैशियम, कॉपर, आयरन और सेलेनियम की प्रचुर मात्रा होती हैं। इसके अलावा शरीर की सक्रियता तथा दिमाग की याददाश्त बढ़ाने का काम करता है। शोधकर्ताओं ने कहा कि यह प्लास्टिक के उत्पादों को प्रतिस्थापित करने का सबसे अच्छा मौका है। हमको मशरूम को भी कुदरत का वरदान समझकर उसका सही दिशा में उपयोग करना चाहिये औइस धरती को बचाना चाहिए। इसे आसानी से उगाया जा सकता है, और कम से कम देखभाल में भी जीवित भी रखा जा सकता है।

वैज्ञानिकों ने किया विकसित आंखों में दवा डालने पर रंग बदलने वाले कॉन्टेक्ट लेंस
Posted Date : 16-Oct-2018 9:59:11 am

वैज्ञानिकों ने किया विकसित आंखों में दवा डालने पर रंग बदलने वाले कॉन्टेक्ट लेंस

बीजिंग। वैज्ञानिकों ने रंग बदलने वाले कॉन्टेक्ट लेंस विकसित किए हैं जो दवा दे सकते हैं और आंखों के उपचार की निगरानी भी कर सकते हैं। चीन स्थित चीन फार्मास्युटिकल विश्वविद्यालय और साउथइस्ट विश्वविद्यालय के शोधकर्ताओं को उम्मीद है कि वह दवा देने वाले कॉन्टेक्ट लेंस बनाएंगे जिसका रंग आंखों में दवा डालने पर बदल जाएगा । एसीएस एप्लाइड मैटेरियल्स एंड इंटरफ़ेस नामक पत्रिका में प्रकाशित एक अध्ययन के मुताबिक, आंखों में लगातार डाले जाने वाली विभिन्न दवाओं को यह लेंस नियंत्रित कर सकता है और इसका संकेत दे सकता है।

जब आंखों में दवाई डाली जाती है तो वास्तव में यह पता लगना कठिन होता है कि आंखों को कितनी दवा मिल रही है । ऐसा इसलिए है क्योंकि आंखें बाहरी तत्वों को अस्वीकार करती हैं और आंखों में कुछ पड़ने पर आँसू तेजी से बहने लगते हैं । हालांकि यह प्रक्रिया आमतौर पर संक्रमण से बचने और बाहरी वस्तुओं से होने वाली क्षति से बचने में मददगार होती है, लेकिन यह प्रक्रिया आंखों के लिए बहुत दवाओं के संदर्भ में बाधा डाल सकती है । कॉन्टेक्ट लेंस आंखों तक सीधे दवाओं को पहुंचाने का एक प्रभावी तरीका हो सकता है, लेकिन दवा डाले जाने के वास्तविक समय की निगरानी अब भी एक चुनौती है। शोधकर्ताओं ने मालिक्युलर इंप्रिंटिग का इस्तेमाल कर एक, रंगों के लिए संवेदनशील कॉन्टेक्ट लेंस तैयार किया है । मालिक्युलर इंप्रिंटिग एक ऐसी तकनीक है जो पोलीमर संरचना में आणविक कैवेटीज का निर्माण करता है जो एक विशिष्ट यौगिक के आकार से मेल खाता है, जैसे दवाइयां ।प्रयोगशाला में किए गए प्रयोगों के अनुसार मॉलिक्युलर इंप्रिंटेड कॉन्टेक्ट लेंस में टाइमोलोल होता है, जो ग्लूकोमा के इलाज में इस्तेमाल किया जाता है । चूंकि दवाओं को लेंस के माध्यम से डाला जाता है, इससे अणुओं के निर्माताओं में बदलाव होता है और इससे लेंस का रंग भी बदल जाता है । शोधकर्ताओं ने कहा कि प्रक्रिया में किसी प्रकार के रंग को शामिल नहीं किया गया है । इससे संभावित दुष्प्रभाव कम हो गए। वे इस बदलाव को खुली आंखों से और एक फाइबर ऑप्टिक स्पेक्ट्रोमीटर से भी देख सकते हैं ।

वैज्ञानिको ने बनायीं मिनी रोबोट है जो बच्चों को पढ़ने के लिए करता है प्रेरित
Posted Date : 24-Aug-2018 5:42:04 am

वैज्ञानिको ने बनायीं मिनी रोबोट है जो बच्चों को पढ़ने के लिए करता है प्रेरित

वैज्ञानिकों ने मिनी नाम का एक रोबोट बनाया है जो बच्चों को पढ़ने के लिए प्रेरित कर सकता है और इस काम में उनके लिए मददगार साबित हो सकता है. दरअसल यह रोबोट बच्चों को बता सकता है कि उन्हें कौन सी किताबें पढ़नी चाहिए, इसके अलावा कहानियों पर वह उसी तरह प्रतिक्रिया दे सकता है जैसे कि कोई इंसान हो. अमेरिका में विस्कोसिन-मेडिसन यूनिवर्सिटी में स्नातक के छात्र जोसफ माइकलिस ने कहा, ‘‘ रोबोट से एक ही मुलाकात के बाद बच्चे कह रहे थे कि किसी के साथ मिलकर पढ़ना मजेदार है. ’’शोधकर्ताओं का मानना है कि साथी की तरह पेश आने वाले रोबोट जल्द ही घरों का हिस्सा बन जाएंगे. उन्होंने दो हफ्ते का एक रीडिंग प्रोग्राम बनाया, जिसका हिस्सा 25 किताबें थीं. इसमें मिनी एक श्रोता की भूमिका में थी. शोध में शामिल बच्चों ने किताबें रोबोट के सामने जोर से पढ़कर सुनाई. रोबोट यह देख सकता था कि बच्चे ने किताब में कितनी प्रगति की है, इसके अलावा वह कहानी पर प्रतिक्रिया भी देता.जब किताब में कोई डरावना हिस्सा आता तो वह कहता, ‘‘ ओह मैं तो सचमुच डर गया ’’, ठीक उसी तरह जैसे कि कोई असल व्यक्ति बोलता है. शोधकर्ताओं के मुताबिक ज्यादातर बच्चों ने कहा कि रोबोट ने उन्हें अच्छी किताबें बताकर बढ़िया काम किया

घुटने के दर्द को नजर अंदाज ना करे,पटेला फीमोरल नी को आर्थराइटिस बना सकता है अपंग
Posted Date : 22-Aug-2018 11:22:15 pm

घुटने के दर्द को नजर अंदाज ना करे,पटेला फीमोरल नी को आर्थराइटिस बना सकता है अपंग

रायपुर। क्या आपके घुटने में हमेशा दर्द रहता है… या फिर आपको चलने फिरने और घुटने को मोड़ने में दर्ज करता है तो इसे बिलकुल भी नजरअंदाज नहीं करें। ये दर्द पटेला फीमोरल नी आर्थराइटिस हो सका है। डॉक्टर से समय पर नहीं दिखाने पर आप अपंग ही सकते हैं। ऐसे में बीमारी को ज्यादा नजरअंदाज करने पर टोटल नी रिप्लेसमेंट करना पड़ सकता है। यदि इस रोग का पहले ही उपचार नहीं होता तो आर्थराइटिस की समस्या भी हो सकती है। लिहाजा आपको हड्डी रोग व जोड़ प्रत्यारोपण विशेषज्ञ को तुरंत दिखा कर सलाह लें। 
क्या होता है पटेला फीमोरल नी आर्थराइटिस-हमारे घुटने का जोड़ तीन भाग से मिलकर बना है। दो जोड़ फीमर और टीबीया के बीच होता है जबकि एक जोड़ फीमर और पटेला के बीच में होता है। ज्यादातर फीमर और टीबीया के बीच का जोड़ खराब होता है। कभी-कभी फीमर और पटेला के बीच के जोड़ में भी खराबी आ जाती है। इस स्थिति को पटेला फीमोरल नी आर्थराइटिस कहा जाता है।
एक्स रे में भी नहीं आती पकड़-पटेला फीमोरल नी आर्थराइटिस होने पर पैर को मोडऩे, चलने या घुटने की छोटी-मोटी मूवमेंट करने में बहुत दर्द होता है। एक्स-रे में भी यह बीमारी पकड़ में नहीं आती। इसे पकड़ने के लिए स्कायलाइन व्यू जांच करवाई जाती है जिससे घुटने की सही स्थिति के बारे में पता लगाया जाता है।
कई चरणों में होता है इलाज –पटेला फीमोरल नी आर्थराइटिस का इलाज कई चरणों में होता है। इसके लिए सबसे पहले मरीज की रूटीन एक्ससाइज बंद कराई जाती है। साथ ही अगर पेशेंट नी कैप पहनते हैं तो उसे बंद कराया जाता है। बीमारी में घुटने का एक ही भाग खराब होता है इसीलिए पूरा घुटना बदलवाने की आवश्यकता नहीं पड़ती। इसके इलाज में दूरबीन से सर्जरी की जाती है और पटेला के आस-पास के मांस को निकाल दिया जाता है।
अगस्त में इन 6 राशि के लोगों को मिलेगी सक्सेस
Posted Date : 08-Aug-2018 12:41:14 pm

अगस्त में इन 6 राशि के लोगों को मिलेगी सक्सेस

बुध, शनि और मंगल वक्री चल रहे हैं। हाल ही में शुक्र ने अपनी राशि बदलकर नीच राशि कन्या में गोचर किया है। इसके बावजूद अगस्त में कुछ राशियों के लोगों को अच्छे मौके और सफलता मिलेगी। जानते हैं कौन उन राशियों के बारे में...। 

 

वृष राशि

शुक्र के स्वामित्व वाली इस राशि के लोगों की आर्थिक स्थिति अच्छी रहेगी, हालांकि मेहनत अधिक करनी होगी। धनु राशि में शनि के होने से करियर और भाग्य में उन्नति होगी। मान सम्मान सुख सुविधाओं में वृद्धि हो सकती है। धन अचल संपत्ति प्राप्ति के लिहाज से यह महीना उन्नति दायक रहेगा।

कर्क राशि

चंद्रमा के स्वामित्व वाली इस राशि के लोगों को थोड़ी बहुत मानसिक परेशानी हो सकती है। मगर, धन प्राप्ति के लिहाज से यह महीना अच्छा साबित हो सकता है। किसी नए काम की शुरुआत कर सकते हैं। किसी भी कार्य को साहस और पराक्रम के साथ करना लाभदायक हो सकता है।

सिंह राशि

सूर्य के स्वामित्व वाली इस राशि के लोगों के लिए स्थितियां पक्ष में रहेंगी। स्वयं से कार्य करने की कोशिश से अच्छी कामयाबी प्राप्त हो सकती है। संबंधियों के साथ रिश्ते अच्छे रहेंगे। नौकरी में आगे बढ़ने और व्यापार में लाभ होने के अच्छे योग हैं। इस माह में कार्य योजनाओं से धन प्राप्ति के योग बन रहे हैं।

कन्या राशि

बुध के स्वामित्व वाली कन्या राशि के लोगों को उनकी वाणी से लाभ हो सकता है। इस माह में भाग्य भी आपका साथ देगा और कामकाज के क्षेत्रों से अच्छी सफलता प्राप्त हो सकती है। व्यावसायिक दृष्टि से स्थितियां फायदेमंद हो सकती है। आर्थिक लाभ प्राप्त होने के अच्छे अवसर मिल सकते हैं।

मकर राशि

शनि के स्वामित्व वाली इस राशि के लोग रहस्यमयी प्रवृत्ति के होते हैं। इस माह निवेश करने की योजना बना रहे हैं, तो उसमें सफलता मिल सकती है। मंगल के मकर राशि में केतु के साथ होने के कारण साहसिक कदम उठा सकते हैं।

कुंभ राशि

यह भी शनि के स्वामित्व वाली ही राशि है। शनि धनु राशि में होने से स्थिरता और गंभीरता से किए गए कार्यों में अच्छी सफलता प्राप्त होने की संभावना है। आपको सम्मान प्राप्त होने के अच्छे अवसर प्राप्त हो सकते हैं। इस माह में आपको धन अचल संपत्ति प्राप्त होने की संभावना है।