राजनीति

पटना साहिब से रविशंकर के खिलाफ लड़ सकते हैं चुनाव
Posted Date : 20-Mar-2019 12:34:21 pm

पटना साहिब से रविशंकर के खिलाफ लड़ सकते हैं चुनाव

0-शत्रुघ्न सिन्हा थामेंगे कांग्रेस का हाथ
पटना,20 मार्च । भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के बागी नेता और सिने अभिनेता शत्रुघ्न सिन्हा कांग्रेस का दामन थामेंगे. सूत्रों के मुताबिक शत्रुघ्न सिन्हा 22 मार्च को पटना में महागठबंधन की प्रेस कॉन्फ्रेंस के बाद कांग्रेस में शामिल होंगे.
बताया जा रहा है कि पटना साहिब से बीजेपी सांसद शत्रुघ्न सिन्हा को बीजेपी ने टिकट नहीं दिया. इससे वे नाराज चल रहे थे. अब शत्रुघ्न सिन्हा के कांग्रेस का दामन थामने की बात सामने आ रही है. जानकारी के मुताबिक महागठबंधन के टूटे हुए तार को जोडऩे में पटना साहिब क्षेत्र से सांसद शत्रुघ्न सिन्हा ने बड़ी भूमिका निभाई. सूत्रों के मुताबिक पटना साहिब सीट से बिहारी बाबू केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद के खिलाफ चुनाव लड़ सकते हैं.
हाल ही में, शत्रुघ्न सिन्हा ने पार्टी छोडऩे के संकेत दिए थे. उन्होंने ट्वीट कर लिखा था, मोहब्बत करने वाले कम न होंगे, (शायद) तेरी महफिल में लेकिन हम न होंगे. उन्होंने एक के बाद एक कई ट्वीट किए. इसमें उन्होंने इशारों ही इशारों में कई बातें कहीं. एक ट्वीट में उन्होंने लिखा था, सर राष्ट्र आपका सम्मान करता है, पर नेतृत्व में विश्वसनीयता और विश्वास की कमी है.
शत्रुघ्न सिन्हा पिछले काफी समय से बीजेपी से नाराज चल रहे हैं और कई मौकों पर पार्टी लाइन से हटकर सार्वजनिक रूप से बयान देते रहे हैं. हाल में ही उन्होंने पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी के आवास पहुंचकर उनसे मुलाकात की थी. इससे पहले वे राहुल गांधी, अरविंद केजरीवाल और अखिलेश यादव जैसे पीएम मोदी के विरोधी नेताओं से मिलते रहे हैं.

कांग्रेस ने आप के नए प्रस्ताव को भी ठुकराया
Posted Date : 20-Mar-2019 12:32:40 pm

कांग्रेस ने आप के नए प्रस्ताव को भी ठुकराया

0-तीन राज्यों में गठबंधन का मिला था ऑफर
नईदिल्ली ,20 मार्च । आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने मंगलावर को कहा कि कांग्रेस ने आम आदमी पार्टी (आप) के साथ गठबंधन करने से इनकार कर दिया और दोनों पार्टियां एक दूसरे से बात नहीं कर रही है.
आम आदमी पार्टी ने हाल ही में कांग्रेस को तीन राज्यों पंजाब, हरियाणा और दिल्ली में गठबंधन करने का नया प्रस्ताव दिया था. सूत्रों के मुताबिक आप ने दिल्ली की पांच सीटों पर चुनाव लडऩे की शर्त रखी थी.
आप नेता संजय सिंह ने इस प्रस्ताव को लेकर शरद पवार से बातचीत की थी. पवार ने दोनों पार्टियों को साथ लाने के लिए मंगलवार को उनके बीच मध्यस्थता की थी. सूत्रों के मुताबिक आप पंजाब में तीन, हरियाणा में दो और दिल्ली में पांच सीटों पर चुनाव लडऩे की शर्त रखी थी.
आप नेता संजय सिंह ने कहा कि अगर देश और संस्थाओं को बचाना है तो सभी पार्टियों को अपने मतभेद भुलाकर बीजेपी के खिलाफ एक होना होगा. हालांकि इसके कुछ ही देर बाद अरविंद केजरीवाल ने बताया कि कांग्रेस ने आम आदमी पार्टी के साथ गठबंधन से इनकार कर दिया है.
गौरतलब है कि आप-कांग्रेस को बीच गठबंधन को लेकर मंगलवार को रस्साकस्सी चलती रही. जहां आप ने कहा कि वह दिल्ली में अकेले चुनाव लड़ेगी, वहीं कांग्रेस की ओर से कहा गया कि वह गठबंधन के विकल्पों पर विचार कर रही है.
दिल्ली कांग्रेस प्रभारी पीसी चाको ने कहा कि वह आप से गठबंधन को लेकर दिल्ली कांग्रेस से सीनियर नेताओं से बातचीत कर रहे हैं. हालांकि दिल्ली कांग्रेस प्रमुख शीला दीक्षित के विचार इससे भिन्न हैं. शीला दीक्षित आप-कांग्रेस के गठबंधन को कांग्रेस के हित में नहीं मानती हैं.

कांग्रेस ने जारी की लोकसभा उम्मीदवारों की पांचवीं लिस्ट
Posted Date : 19-Mar-2019 12:00:53 pm

कांग्रेस ने जारी की लोकसभा उम्मीदवारों की पांचवीं लिस्ट

0-प्रणब मुखर्जी के बेटे को टिकट
नई दिल्ली ,19 मार्च । लोकसभा चुनाव के लिए कांग्रेस की पांचवीं लिस्ट जारी कर दी है, जिसमें 7 राज्यो के लिए लिए 56 उम्मीदवारों के नाम का ऐलान किया गया है। कांग्रेस की इस पांचवीं लिस्ट में पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी के बेटे अभिजीत मुखर्जी  को भी टिकट दिया गया है। अभिजीत को पश्चिम बंगाल के जंगीरपुर से टिकट दिया गया है। इसी के साथ आंध्र प्रदेश विधानसभा चुनाव के लिए कांग्रेस ने 132 उम्मीदवारों की पहली लिस्ट भी जारी कर दी है।
कांग्रेस की इस पांचवी सूची में उत्तर प्रदेश, पश्चिम बंगाल, तेलंगाना, आंध्र प्रदेश, असम, ओडिशा और लक्षद्वीप के लिए प्रत्याशियों के नामों का ऐलान किया गया है।
इस सूची में कुल 56 नाम हैं जिनमें तीन उत्तर प्रदेश, 11 बंगाल, एक लक्षद्वीप, सात तेलंगाना, छह ओडिशा, पांच असम और 23 नाम आंध्र प्रदेश के हैं।
उत्तर प्रदेश में गाजियाबाद से डॉली शर्मा, बुलन्दशहर से बंशीलाल पहाडिय़ा और मेरठ से हरेंद्र अग्रवाल को टिकट दिया गया है। मेरठ से पहले ओमप्रकाश शर्मा को उम्मीदवार बनाया गया था। पश्चिम बंगाल में बहरामपुर से अधीर रंजन चौधरी और रायगंज से दीपा दास मुंशी को उम्मीदवार बनाया गया है। 
इससे पहले कांग्रेस उत्तर प्रदेश एवं कुछ अन्य राज्यों के लिए चार बार में कुल 81 उम्मीदवारों की घोषणा कर चुकी है जिनमें सोनिया गांधी और राहुल गांधी के नाम भी शामिल हैं। गा़जिय़ाबाद लोकसभा सीट से काँग्रेस ने पूर्व मेयर प्रत्याशी डॉली शर्मा को दिया टिकट। डॉली शर्मा कांग्रेस के महानगर अध्यक्ष नरेंद्र भारद्वाज की बेटी हैं।

राहुल गांधी से मिले हेमंत सोरेन
Posted Date : 16-Mar-2019 12:00:15 pm

राहुल गांधी से मिले हेमंत सोरेन

नईदिल्ली,16 मार्च । लोकसभा चुनाव 2019 के मध्यनजर झारखंड में भाजपा के खिलाफ चार दलों का महागठबंधन होली के बाद संभावित उम्मीदवारों की घोषणा कर सकता है. झारखंड में गठबंधन को लेकर आज जेएमएम (झारखंड मुक्ति मोर्चा) के कार्यकारी अध्यक्ष हेमंत सोरेन ने दिल्ली में कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी से मुलाकात की. मिली जानकारी के अनुसार गठबंधन को लेकर ही झारखंड विकास मोर्चा के अध्यक्ष बाबू लाल मरांडी भी आज शाम को राहुल गांधी से मुलाकात कर सकते हैं.
कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी से मुलाकात करने के बाद झारखंड कांग्रेस प्रभारी आरपीएन सिंह ने कहा कि झारखंड में गठबंधन को लेकर कोई पेंच नहीं है. प्रदेश में लोकसभा चुनाव को लेकर चार दलों में सहमति बन गई है और इसका औपचारिक ऐलान होली के बाद रांची में शिबू सोरेन की मौजूदगी में होगा. राहुल गांधी के साथ उनके आवास पर हुई इस बैठक में आरपीएन सिंह और हेमंत सोरेन के अलावा संगठन महासचिव केसी वेणुगोपाल, सचिव उमंग सिंघार भी शामिल थे.
कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी से मुलाकात के बाद हेमंत सोरेन ने ट्वीट कर कहा कि लोकसभा चुनाव के लिए झारखंड में सीटों के बंटवारे पर बात तय हो गई है. उन्होंने कहा कि इसका ऐलान होनी के बाद रांची में गुरुजी( शिबू सोरेन) के सामने होगा. सूत्रों से मुताबिक झारखंड में 7/4/2/1 के फॉर्मूले पर तय हो सकता है.

मोदी ने प्रचार पर खर्चे 3044 करोड़ रुपए: मायावती
Posted Date : 16-Mar-2019 11:58:08 am

मोदी ने प्रचार पर खर्चे 3044 करोड़ रुपए: मायावती

नयी दिल्ली,16 मार्च । बहुजन समाज पार्टी की अध्यक्ष मायावती ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर असली मुद्दों से जनता का ध्यान भटकाने का आरोप लगाते हुए शनिवार को कहा कि उन्होंने अपने प्रचार प्रसार पर 3044 करोड़ रुपए खर्च किये हैं।
मायावती ने कहा कि मोदी अपने पूरे शासन काल के दौरान शिलान्यास जैसे कार्यक्रमों में व्यस्त रहे हैं और अब अब गरीबी और रोजगार जैसे मुद्दों से आम लोगों का ध्यान हटाने का प्रयास कर रहे हैं। प्रधानमंत्री असली मुद्दों पर चुनावी बहस रोकने के लिये गड़े मुर्दे उखाड़ रहे हैं। बसपा प्रमुख ने कहा, पीएम श्री मोदी ज्यादातर शिलान्यास आदि में ही लगातार व्यस्त रहे और प्रचार-प्रसार पर 3044 करोड़ रुपया खर्च किया। इस सरकारी धन से उत्तर प्रदेश जैसे पिछड़े राज्य के हर गांव में शिक्षा व अस्पताल की व्यवस्था हो सकती थी लेकिन बीजेपी के लिये प्रचार का ज्यादा महत्त्व है शिक्षा व जनहित का नहीं। उन्होंने आरोप लगाया कि प्रधानमंत्री अपनी सरकार की नाकामियों और असफलताओं को छिपा रहे हैं। इसकी कड़ी निंदा की जानी चाहिए और जनता को ऐसे प्रयासों से सावधान रहना चाहिए। मायावती ने कहा,बीजेपी व पीएम श्री मोदी अपनी सरकार की नाकामियों व घोर विफलताओं पर से लोगों का ध्यान बांटने व गरीबी एवं बेरोजगारी आदि के जनहित के मुद्दे को असली चुनावी बहस बनने से रोकने के लिये हर प्रकार के गड़े मुर्दे उखाडऩे की कोशिाश में लगे हुये हैं, जो अतिनिन्दनीय है। जनता सावधान रहे। 

कांग्रेस सत्ता में आई तो दिल्लीवालों को दिलाएंगे सीलिंग से निजात
Posted Date : 15-Mar-2019 12:04:13 pm

कांग्रेस सत्ता में आई तो दिल्लीवालों को दिलाएंगे सीलिंग से निजात

0-अजय माकन का वादा
नई दिल्ली ,15 मार्च । पूर्व दिल्ली कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष और वरिष्ठ नेता अजय माकन ने एक कार्यक्रम में कहा कि अगर कांग्रेस सत्ता में आती है तो दिल्ली के व्यापारियों को दस दिन के भीतर सीलिंग से निजात दिलाई जाएगी। कार्यक्रम में व्यापारियों ने सीलिंग की वजह से हो रही परेशानी का जिक्र किया। 
व्यापारियों ने कहा कि पिछले बीस महीनों से दिल्ली में सीलिंग के चलते पूरा व्यापारी वर्ग परेशान हैं और हजारों व्यापारिक संस्थानों को नगर निगमों ने गैर-कानूनी तरीके से सील कर दिए हैं। इस कारण दिल्ली के व्यापारियों को न सिर्फ आर्थिक नुकसान उठाना पड़ा है बल्कि मानसिक प्रताडऩा का भी शिकार होना पड़ा है। 
इस दौरान पूर्व केन्द्रीय मंत्री अजय माकन ने कहा कि वर्ष 2006 से 2009 बीच केन्द्र में शहरी विकास मंत्री रहने के दौरान उन्होंने मास्टर प्लान में कई महत्वपूर्ण संशोधन किए थे। राजधानी में बनाए गए विशेष कानून में पहले से प्रावधान हैं, जिनके चलते यहां सीलिंग नहीं हो सकती। लेकिन, इसके बाद भी दिल्ली में सीलिंग हो रही है। उन्होंने कहा कि केन्द्र में कांग्रेस की सरकार आने के दस दिन के भीतर ही दिल्ली के व्यापारियों को सीलिंग से निजात दिलाई जाएगी।